जिला पंचायत दफ्तर में बैठे डीएम, कार्य प्रगति देखी

46 करोड़ के विकास कार्य लंबित 15 को आ सकता है कोर्ट का निर्णय महज तीन घंटे के लिए ऑफिस आते हैं कार्य अधिकारी दी चेतावनी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Jul 2019 01:38 AM (IST) Updated:Wed, 10 Jul 2019 06:23 AM (IST)
जिला पंचायत दफ्तर में बैठे  डीएम, कार्य प्रगति देखी
जिला पंचायत दफ्तर में बैठे डीएम, कार्य प्रगति देखी

जासं, हाथरस : जिला पंचायत अध्यक्ष ओमवती यादव के हटने के बाद प्रशासक बने जिलाधिकारी मंगलवार को जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे। उन्होंने लंबित विकास कार्याें के बारे में जानकारी ली। कर्मचारियों की उपस्थित और कार्य प्रणाली के बारे में भी जानकारी ली। कार्य अधिकारी के चंद घंटे के लिए कार्यालय आने की जानकारी पर उन्होंने नाराजगी जताई और सुधार के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार सुबह करीब 12 बजे अचानक जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे। उनके अचानक वहां पहुंचने पर कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। करीब एक घंटे तक वह जिला पंचायत कार्यालय में बैठे और कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी ली। सबसे पहले उन्होंने कर्मचारियों की उपस्थिति को देखा। इस दौरान उन्हें पता चला कि जिला पंचायत के कार्य अधिकारी प्रतिदिन अलीगढ़ से आते हैं। वह 12 बजे के करीब जिला पंचायत पहुंचते हैं और तीन बजे चले जाते हैं। इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए सुधार के निर्देश दिए। विकास कार्यों के संबंध में उन्हें बताया गया कि कोर्ट में विकास कार्यों के संबंध में दो रिट दाखिल की गई हैं। इसके चलते 39 करोड़ का बजट लंबित है। इसके साथ ही वर्ष 2018-19 में स्वीकृत हुए 7 करोड़ के विकास कार्य भी नहीं हो सके हैं। उन्हें यह भी बताया गया कि कोर्ट में लंबित रिटों के संबंध में 15 जुलाई को निर्णय आ सकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि कोर्ट के निर्णय के बाद आगे की कार्ययोजना बनाई जाएगी। जिला पंचायत से इस संबंध में पैरवी की जा रही है, लेकिन 15 जुलाई को कोर्ट के निर्णय के बाद प्रभावी ढंग से पैरवी कराई जाएगी ताकि विकास कार्याें से स्टे खत्म कराया जा सके और जनता को विकास कार्याें का लाभ मिल सके।

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