हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों पर मिलीं अव्यवस्थाएं
डीएम के आदेश पर जिले के केंद्रों पर कराया गया था औचक निरीक्षण तो मिलीं खामियां कहीं गंदगी तो कहीं दवाइयों की आपूर्ति मिली कम फर्नीचर तक नहीं कई उपकेंद्रों पर उपस्थिति पंजिका व रिकार्ड नहीं दिखा पाए कर्मचारी।
संवाद सहयोगी, हाथरस : जिलाधिकारी रमेश रंजन के निर्देश पर जनपद में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया गया। अलग-अलग तहसीलों में टीमों ने पड़ताल की तो कई केंद्रों पर अव्यवस्था देखने को मिली, जिनमें सुधार करने के निर्देश निरीक्षण करने वाले अधिकारियों ने दिए।
एसीएमओ डा. विजेन्द्र सिंह ने पचों, डंडेसरी, टीकरी कलां तथा अगसौली हेल्थ वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया। चारों ही स्थानों पर व्यवस्थाएं एसीएमओ को बेहतर मिली। एसीएमओ डा. मुकेश कुमार ने अर्जुनपुर, बमनई तथा बिसाना सेंटरों का निरीक्षण किया। अर्जुनपुर में वेदप्रकाश सीएचओ अपने कार्यस्थल पर उपस्थित थे। वेदप्रकाश सीएचओ ने 13 मरीज देख चुके थे। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बिसाना बंद मिला। पीएचसी चंदपा पर बिसाना सेंटर का फर्नीचर रखा हुआ मिला। एसीएमओ डा. डीके अग्रवाल ने लुटसान, दरियापुर, नगला सेवा एवं निनामई का निरीक्षण किया। सभी सेंटरों पर दवाइयों की उपलब्धता के साथ-साथ मरीजों का उपचार होते हुए मिला।
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राज नारायण सिंह ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. प्रकाश मोहन के साथ महरारा सेंटर का निरीक्षण किया। कोविड वैक्सीन अभियान के कारण सेंटर बंद था। सीएचओ कल्पना कुमारी को फोन करके बुलाया गया। उपस्थिति पंजिका, विद्युत कनेक्शन तथा पानी की व्यवस्था नहीं मिली। सेंटर पर साफ-सफाई की व्यवस्था असंतोषजनक, सेंटर के आस-पास गंदगी मिली। प्रधान से वार्ता कर आसपास साफ सफाई करवाने के निर्देश दिए। ब्लाक सहपऊ के गांव रामपुर के सेंटर बंद मिला।
जानकारी करने पर पता चला कि सीएचओ अमित कुमार अवकाश पर हैं। आशा व एएनएम कमलेश कुशवाहा कोविड वैक्सीनेशन में लगी थीं। उनको बुलाकर सेंटर खोल कर देखा गया। बेड पर दवा अस्त-व्यस्त पड़ी थी, सफाई की व्यवस्था बेहद खराब थी। सभी खिड़की के शीशे टूटे हुये पाए गए। ओपीडी रजिस्टर व उपस्थिति पंजिका नहीं थी। विद्युत कनेक्शन तथा पानी की व्यवस्था नहीं थी। हैंडपंप भी खराब था। लैब संचालित नहीं मिली। सेंटर जाने आने के रास्ते में लोगों के द्वारा कूड़ा डाला जा रहा था। शौचालय का टैंक खुला हुआ था। भवन की चाबी भी नहीं मिली। जिला कार्यक्रम प्रबंधक बलवीर सिंह वर्मा ने ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक जगन्नाथ शर्मा के साथ सेंटर मंस्या ब्लाक सादाबाद का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय धर्मेंद्र सिंह सीएचओ उपस्थित मिले। उपस्थिति पंजिका उपलब्ध नहीं थी। नौगांव सेंटर पर मोहन सिंह सीएचओ अनुपस्थित मिले। ओपीडी रजिस्टर व उपस्थिति पंजिका उपलब्ध नहीं थी। विद्युत कनेक्शन तथा पानी की व्यवस्था नहीं थी। जांच के लिए लैब संचालित नहीं मिली। सेंटर गढ़उमराव पर निरीक्षण के दौरान 58 दवाओं के सापेक्ष केवल दो प्रकार की आवश्यक दवाएं उपलब्ध थीं। इस सेंटर पर स्वास्थ्य सेवाएं एवं जांच के लिए लैब संचालित नहीं की जा रही थी। सेंटर कुरसंडा के निरीक्षण के समय सत्यप्रकाश सीएचओ अनुपस्थित मिले। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर ताला लगा था।
जिला कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक धर्मेन्द्र कुमार ने उपकेन्द्र, बिसाना का निरीक्षण किया। यहां निराश्रित पशु भी विचरण करते रहते हैं। जांच हेतु समस्त किट एवं आवश्यक सामग्री उपलब्ध थी। अर्जुनपुर उपकेन्द्र पर 12 जांच के सापेक्ष 06 जांच की जा रही हैं। विद्युत कनेक्शन नहीं था। फर्नीचर की व्यवस्था नहीं थी। आसपास गंदगी फैली हुयी थी। उपकेन्द्र का रंग गुलाबी है जोकि मानक अनुसार नहीं है। चंदपा के सेंटर पर तमाम अव्यवस्था देखने को मिली।
दयानतपुर अल्ट्रासाउंड सेंटर किया सील
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एसडीएम और एसीएमओ ने की छापेमार कार्रवाई, एक अन्य अल्ट्रासाउंड सेंटर की मशीन सील की संसू, सासनी : स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर शासन प्रशासन गंभीर नजर आ रहा है। शुक्रवार को जिलाधिकारी रमेश रंजन के निर्देश पर एसडीएम विजय शर्मा एवं एसीएमओ डॉ.डीके अग्रवाल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में संचालित चार निजी स्वास्थ्य केन्द्रों पर छापेमारी की। जिससे संचालकों में खलबली मच गई। दरअसल क्षेत्र में बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिसे लेकर प्रशासन गंभीर है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दयानतपुर स्थित हाथरस अल्ट्रासांउड सेंटर पर अनियमितता पाए जाने पर सील किया है, जबकि एबीजी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं ठीक ठाक मिलीं। अल्ट्रासांउड मशीन पर भी चिकित्सक उपलब्ध मिले। वहां किसी तरह की कोई अनियमिता नहीं पाई गई। कस्बा के नारायण अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं एवं सफाई व्यवस्था दुरुस्त मिली। अस्पताल संचालित अवस्था में पाया गया, चिकित्सक मौजूद मिले। इसके बाद कोतवाली चौराहे स्थित राधे अस्पताल में साफ सफाई एवं स्वास्थ्य सेवाएं सही मिली, लेकिन अल्ट्रासांउड की पर्ची पर चिकित्सक के हस्ताक्षर न होने के कारण मशीन को सीज कर दिया गया। एसीएमओ डीके अग्रवाल का कहना है कि विस्तृत रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जाएगी।