शुद्ध पानी को बेकरार, अखरा इंतजार
खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं जनपद के करीब 60 गांव सीएम के निर्देश पर तत्कालीन डीएम ने भिजवाया था प्रस्ताव।
जासं, हाथरस : जनपद में 60 गांव खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। प्रस्ताव तीन महीने पहले भेजा गया था, मगर अभी तक शासन की मंजूरी का इंतजार है।
हसायन, सादाबाद, सिकंदराराऊ, मुरसान, सासनी के तमाम गांवों में खारे पानी की समस्या है। इन गांवों की महिलाओं-पुरुषों को दिन निकलते ही भोजन से ज्यादा पानी के प्रबंध की फिक्र रहती है। तमाम लोग एक से दो किलोमीटर दूर पीने का पानी लेने जाते हैं। यह समस्या बरसों पुरानी है, व्यवस्था के लिए प्लान तो बने मगर शासन की अलमारी में धूल फांक रहे हैं।
सीएम ने मांगा था प्रस्ताव
सितंबर 2020 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान खारे पानी के बारे में चर्चा की तो बताया गया कि यहां 60 गांव ऐसे हैं जहां का पानी खारा है। इस समस्या के समाधान के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। इस पर सीएम ने तत्कालीन डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार को निर्देशित किया था कि दुबारा प्लान बनाकर भेजा जाए। इसके बाद 207 करोड़ का प्रस्ताव जल निगम से बनवाकर तब डीएम ने छह अक्टूबर को भेजा था, जिसकी मंजूरी का जल निगम को इंतजार है। अगर मंजूरी मिल जाए तो जनपद में खारे पानी की बड़ी समस्या का समाधान हो सकता है। संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में सीएम गंभीर हैं तो प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है। यह है समस्या
सादाबाद के कई गांवों में खारे पानी की समस्या है। सिकंदराराऊ और हसायन का भी यही हाल है। सादाबाद के लोगों को कई किमी दूर से पानी लाना पड़ता है। पानी साइकिल, बाइक, बुग्गी से लाते हैं। मंस्या, नौगांव, अरौठा, गुरसौटी, गीगला, जारऊ, कंजौली, बेदई, जैतई, नानऊ, नौपुरा, मई, अभयपुरा, मिढ़ावली, गहचौली, गुखरौली, गढ़उमराव, सिथरापुर, जटोई आदि ग्राम पंचायतों के गांवों में खारे पानी की समस्या है, जो लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। ब्लाक वाइज ग्रामों की संख्या
21 गांव हाथरस ब्लाक में
19 गांव सादाबाद ब्लाक में
11 गांव मुरसान ब्लाक में
01 गांव सिकंदराराऊ में
07 गांव हसायन ब्लाक में
01 गांव सासनी ब्लाक में
वर्जन
सितंबर माह में डीएम के एक प्रस्ताव फिर से जल निगम की ओर से भेजा गया था। प्रस्ताव पर मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
-आरके शर्मा, अधिशासी अभियंता जल निगम हाथरस।