डेंगू पसार रहा पांव, अब तक 127 केस

वायरल बुखार से सैकड़ों बीमार ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई न होने से बढ़ रहे हैं मछर।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 01:30 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 01:30 AM (IST)
डेंगू पसार रहा पांव, अब तक 127 केस
डेंगू पसार रहा पांव, अब तक 127 केस

जासं, हाथरस : जनपद में डेंगू का डंक लगातार घातक हो रहा है। वायरल के प्रकोप को मौसम भी खूब खाद-पानी दे रहा है। जिले में डेंगू के अब तक 127 केस सामने आ चुके हैं। कई मरीज डेंगू की आशंका में बाहर इलाज करा रहे हैं। गुरुवार को कोई नया केस सामने नहीं आया मगर बुखार पीड़ितों का बाहर जाकर जांच व उपचार कराने का सिलसिला जारी रहा।

सादाबाद क्षेत्र में ग्रामीणों का आरोप है कि लखनऊ से आई टीम कुरसंडा के गांव नगला चांद तो पहुंची लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा टीम को कुरसंडा नहीं लाया गया। टीम को नगला चांद से ही वापस कर दिया गया। बुखार की अधिकता होने के बाद आगरा में भर्ती हो रहे मरीजों की जांच में डेंगू पाजिटिव आ रहा है। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम का न कोई चिकित्सक आ रहा, न दवा का वितरण हो रहा। इसके अलावा इतनी स्थिति गंभीर होने पर कोई भी प्रशासनिक स्तर का अधिकारी गांव तथा ग्रामीणों की स्थिति की जानकारी करने के लिए नहीं आ रहा। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारियों तथा स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली की जानकारी पोर्टल व ट्विटर पर मुख्यमंत्री को दी जाएगी। गांव वालों का कहना है कि पायल कुमारी 15 वर्ष, अरविद चौधरी 25 वर्ष नगला मोहन, लवली देवी 27 वर्ष, सौमिल कुमार 24 वर्ष, दीपक 8 वर्ष डेंगू, मालती 11 वर्ष, पायल शर्मा 15 वर्ष को़ डेंगू की आशंका में आगरा में भर्ती कराया गया है। सीएमओ का कहना है कि अब तक आठ सौ जांच हो चुकी है। अधिकांश मरीज बुखार के निकले हैं। लगातार टीमें गांवों में भेजी जा रही हैं और जांच भी करवाई जा रही है। निजी डाक्टर गलत तरीके से डेंगू की रिपोर्ट जारी कर रहे हैं। सासनी की मंडी में जलभराव से संक्रामक रोग फैलने की आशंका

सासनी कस्बे की न्यू सब्जी मंडी में जलभराव की समस्या लाइलाज हो गई है। जरा सी बरसात में जल भराव के कारण मंडी परिसर में सब्जी रखना तो दूर पैर रखने के लिए भी जगह नहीं मिलती है। इससे किसानों को सब्जी फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ता है। दूसरी ओर शासन प्रशासन डेंगू, मलेरिया जैसी घातक बीमारियों को लेकर बचाव के तमाम उपाय खोज रहा है, लेकिन मंडी प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है। हर बार जलभराव की समस्या को लेकर मंडी प्रशासन पंपसेट का सहारा लेता रहा है, लेकिन इस बार मंडी में बरसात के बाद जल निस्तारण के लिए वह भी नहीं किया। कस्बे की सब्जी मंडी जनपद में सबसे अधिक राजस्व मंडी प्रशासन को देती है। मंडी निर्माण इकाई के डीडीसी श्याम सिंह का कहना था कि 'इस संबध में सचिव से वार्ता करिए, मेरा काम पानी निकासी का नहीं है।'

chat bot
आपका साथी