बिना महिला रोग विशेषज्ञ कर रहे डिलीवरी

अलीगढ़ से कॉल कर बुलाए जाते हैं डाक्टर अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सक और तकनीकी स्टाफ की है कमी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 12:40 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 12:40 AM (IST)
बिना महिला रोग विशेषज्ञ कर रहे डिलीवरी
बिना महिला रोग विशेषज्ञ कर रहे डिलीवरी

जासं, हाथरस : कस्बों और देहात क्षेत्र में सरकारी लचर स्वास्थ्य सेवाओं का फायदा निजी अस्पताल संचालक उठा रहे हैं। सरकारी अस्पतालों की तरह बिना विशेषज्ञ के इमरजेंसी सेवाओं से लेकर डिलीवरी तक कर रहे हैं। अल्ट्रासाउंड और एक्सरे से लेकर जांच आदि आसपास के गैर पंजीकृत केंद्रों से कराई जा रही हैं। एंबुलेंस संचालकों से सांठगांठ कर मरीजों के अपने यहां भर्ती करते हैं। शुक्रवार को दैनिक जागरण की टीम ने ऐसे ही अस्पताल की पड़ताल की तो तमाम जानकारी सामने आई।

कस्बा सासनी में मंडी के सामने हाथरस रोड पर श्री बजरंग एलडी हास्पिटल चल रहा है। यहां पर नार्मल डिलीवरी एवं समस्त प्रकार के सीजेरियन आपरेशन की सुविधा है। यहां 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध है। बोर्ड पर डाक्टर के नाम के स्थान पर लता शर्मा लिखा हुआ है। इस अस्पताल में दो बेड पर महिला मरीज भर्ती थीं। पक्के कमरों की बजाय यहां पर एल्युमिनियम फ्रेम की मदद से केबिन बना रखे है। यहां पर मौजूद दीपक शर्मा ने बताया कि वे अस्पताल की देखरेख करते हैं। पूछा गया कि यहां पर महिला रोग विशेषज्ञ कौन हैं? तो बताया कि यहां पर ऑन कॉल अलीगढ़ से डा. एके गुप्ता आते हैं। वे ही सीजेरियन डिलीवरी कराते हैं। जबकि नार्मल डिलीवरी एक महिला कराती है। बेहोशी के लिए एनेस्थीसिया विशेषज्ञ नहीं है। डा. प्रवीण सोलंकी इसके संचालक हैैं। वे एमबीबीएस डाक्टर बताए जाते हैं। यहां पर मरीजों के साथ आए तीमारदारों ने बताया कि आठ से 30 हजार रुपये तक डिलीवरी कराने को लिए जाते हैं। साधारण डिलीवरी के आठ हजार रुपये हैं और आपरेशन के 30 हजार रुपये का रेट है। लड़की होने पर कम और लड़का होने पर अधिक चार्ज लिया जाता है। उसमें तीन से चार हजार रुपये का अंतर होता है। यह अस्पताल तो एक बानगी मात्र है। जनपद के कस्बों में ऐसे कई अस्पताल चल रहे हैं, जहां विशेषज्ञों की कमी के बावजूद बोर्ड पर सारे विशेषज्ञ होने के दावे किए जा रहे हैं। वर्जन ---

बिना विशेषज्ञ के अस्पताल नहीं चलाए जा सकते हैं। सासनी में इस तरह के चल रहे अस्पताल की जानकारी उनको नहीं है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

डा.डीके अग्रवाल, एसीएमओ हाथरस

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