जीत की रेस में पिछड़ गई साइकिल
जिला पंचायत चुनाव सपा जिलाध्यक्ष भी नहीं बचा पाए पत्नी ओमवती यादव की सीट जिला पंचायत सदस्य के लिए सपा ने उतारे थे 18 प्रत्याशी।
जासं, हाथरस : जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में साइकिल जीत की रेस में पिछड़ गई। खुद जिलाध्यक्ष और एमएलसी जसवंत सिंह यादव अपनी पत्नी ओमवती यादव को दोनों सीटों में से एक भी सीट पर नहीं जिता सके। सपा 24 में से महज 3 सीटें जीतने में कामयाब रही।
जसवंत सिंह की पत्नी ओमवती यादव को इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद का दावेदार माना जा रहा था। जीत सुनिश्चित करने के लिए उन्होंन वार्ड तीन और चार से पर्चा भरा था। सपा भी रालोद और महानदल से गठबंधन कर हाथरस में कुर्सी कब्जाने की रणनीति बना रही थी। इसीलिए सपा ने 24 में से 18 वार्डों पर प्रत्याशी उतारे थे। चार सीटें रालोद के लिए तो दो सीटें महानदल के प्रत्याशी के लिए छोड़ दी थीं, लेकिन चुनाव परिणाम उम्मीदों से उलटे आए। ओमवती यादव दोनों ही वार्ड से हार गई हैं। सपा केवल 3 सीटों को ही जीतने में कामयाब हो सकी है। ओमवती के हारने से सपा के पास अध्यक्ष पद का कोई चेहरा नजर नहीं आ रहा है। चर्चा है कि जिन दो वार्ड में बुआ ने जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया उन दोनों में सपा में उनके विरोधी नेताओं ने अपने लोग खड़े कर दिए थे। उसी दिन से ओमवती यादव की जीत की राह मुश्किल हो गई। इनका कहना है -
पत्नी ओमवती सिंह के दोनों सीटें हारने का जहां तक सवाल है उसके पीछे अपने ही कुछ लोग वजह बने हैं। पार्टी में शामिल कुछ लोग लगातार हराने को प्रचार में गाड़ी पर झंडा लगाकर घूमते रहे। इसकी शिकायत भी हाईकमान से की गई है।
जसवंत सिंह, जिलाध्यक्ष सपा।