उत्कृष्ट कार्य करने वाले रेलकर्मी को कोरोना योद्धा का सम्मान देंगे

चिकित्सकीय संसाधनों की उपलब्धता भी कराई जा रही है अब सुनिश्चित किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 01:26 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 01:26 AM (IST)
उत्कृष्ट कार्य करने वाले रेलकर्मी को कोरोना योद्धा का सम्मान देंगे
उत्कृष्ट कार्य करने वाले रेलकर्मी को कोरोना योद्धा का सम्मान देंगे

जासं, हाथरस : रेलवे ने तय किया है कि सप्ताह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले रेलकर्मी कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किए जाएंगे।

कोविड महामारी से निपटने के लिए रेलवे सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने को तत्पर है। इसके लिये रेल मंत्रालय ने व्यापक तैयारियां की हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशों के अनुरूप कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए बेड की समस्या से निपटने के लिये कोचों को कोविड केयर कोच में परिवर्तित किया गया है, जिन्हें सरकार की मांग के अनुसार स्टेशनों पर रखा जाएगा।

पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी एवं उनकी उच्च स्तरीय टीम स्थिति पर निरन्तर निगरानी रख रही है। चिकित्सकीय संसाधनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। रेलवे चिकित्सालयों में आवश्यकतानुसार चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ की संविदा के आधार पर भर्ती की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है। 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी रेलकर्मियों एवं उनके परिजनों के टीकाकरण कार्य जारी है।

रेलवे प्रशासन द्वारा आमजन की सुविधा के लिए मांग के आधार पर निरंतर विशेष ट्रेनों का संचलन कर रहा है, ऐसे दौर में ट्रेनों के निर्बाध एवं संरक्षित संचालन में रेलकर्मियों का अभूतपूर्व योगदान है। उनके उत्साहवर्धन के लिए जीएम त्रिपाठी ने मंडल एवं मुख्यालय स्तर पर प्रत्येक सप्ताह उत्कृष्ट कार्य करने वाले रेलकर्मियों को 'कोरोना योद्धा' के सम्मान से नकद पुरस्कार देने के लिए निर्देशित किया है। सफाई न होने से अटाकी माता मंदिर के रास्ते पर जलभराव

संसू, सादाबाद : कुरसंडा में हफ्तों से सफाई कार्य न होने के कारण गांव के रास्ते बदहाल हो रहे हैं। चारों तरफ गंदगी का साम्राज्य है।

कुरसंडा में स्थित अटाकी माता का मंदिर प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिर है। यहां हर नवरात्र प्रशासन की तरफ से सफाई कर्मचारियों को भेजकर गांव की सफाई कराने के साथ चूना भी डलवाया जाता है। इस बार कोई ध्यान नहीं दिया गया। गांव में मात्र एक ही सफाई कर्मचारी है, वह भी एक हफ्ते से काम पर ही नहीं आया। गांव में अटाकी माता मंदिर के परिक्रमा मार्ग का बुरा हाल है। ग्रामीणों ने मंदिर परिसर रास्ते पर सफाई कार्य कराने का अनुरोध किया गया है।

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