बेटी दिवस पर बेटियों को बधाई
जासंहाथरस बेटियां बोझ नहीं घरों का अहम हिस्सा होती है। बदलते दौर में बेटियां आसमान की ऊंचाइयों को छू रही हैं। आवश्यकता गर्भ में कन्या भ्रूण की बजाय उसे दुलार की है। बेटों के साथ बेटियां भी देश की सुरक्षा से लेकर हवाई जहाज तक उड़ा अपने परिवार का नाम रोशन कर रही हैं।
जासं,हाथरस : बेटियां बोझ नहीं घरों का अहम हिस्सा होती है। बदलते दौर में बेटियां आसमान की ऊंचाइयों को छू रही हैं। आवश्यकता गर्भ में कन्या भ्रूण की बजाय उसे दुलार की है। बेटों के साथ बेटियां भी देश की सुरक्षा से लेकर हवाई जहाज तक उड़ा अपने परिवार का नाम रोशन कर रही हैं।
सितंबर के चौथे इतवार को बेटियां दिवस मना गया। ऐसे में पापा-मम्मी ने अपनी परियों को बधाई देते हुए गिफ्ट भी दिए। साथ ही बेटियों का सम्मान किया गया। हाईस्कूल में प्रदेश में सातवां व जिले में पहला स्थान पाने वाली काजल व 45वीं राइफल्स में तैनात नगला छत्ती की बेटी गीता चौधरी ने परिवार ही नहीं गांव के लोगों को भी अपार खुशी दी है। गांव मढ़नई निवासी सत्यवीर सिंह गंधार का कहना है कि बेटी ने जिला ही नहीं प्रदेश में उनका नाम रोशन किया है। बेटी की मेहनत से आज गांव की भी सूरत बदल गई। बेटियां बेटों से कम नहीं होती है। बिसावर के गांव नगला छत्ती के रहने वाले रामवीर सिंह किसान है। वह 26 वर्षीय बेटी ने भी अपनी मेहनत व लगन से परिवार को नाम रोशन किया है। वह 40 असम रायफल में दीमापुर नागालैँड में तैनात है। पिता के साथ मां कुसुम देवी ने भी बेहद खुश हैं और बेटी को भी फोन से बधाई दी।