चूरन, चटनी की फैक्ट्री सीज, नमूने भेजे

सासनी कस्बा में कैलोरा रोड पर चल रही चूरन व चटनी बनाने की अवैध फैक्ट्री पर छापा मारकर नमूने भरे गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 12:19 AM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 12:19 AM (IST)
चूरन, चटनी की फैक्ट्री सीज, नमूने भेजे
चूरन, चटनी की फैक्ट्री सीज, नमूने भेजे

संसू,हाथरस: सासनी कस्बा में कैलोरा रोड पर चल रही चूरन व चटनी बनाने की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। एसडीएम के नेतृत्व में की गई छापेमारी के बाद फैक्ट्री को सीज कर दिया है। यहां से बनाने की मशीन, केमिकल व अन्य कच्चा माल बरामद किया है। बच्चों के खाने-पीने का सामान तैयार करने का मेटेरियल बरामद किया है। नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। वहीं यहां पर तीन नाबालिग बच्चे काम करते हुए मिले। उन्हें बाल बाल श्रम के आरोप में श्रम निरीक्षक उन्हें अभिरक्षा में लेकर स्वजन के सुपुर्द कर दिया है।

कैलोरा-जलेसर मार्ग ग्राम किशनगढ़ी के निकट श्रीराम फ्रूट प्रोडेक्ट नाम से अवैध रूप से एक फैक्ट्री संचालित है। एसडीएम विजय कुमार शर्मा के नेतृत्व में खाद्य विभाग के वीएन कटियारी व श्रम प्रवर्तन अधिकारी मोहम्मद आजम की संयुक्त टीम ने शनिवार को छापेमारी की। संचालक कारोबार छोड़कर भाग गए। छापेमारी के दौरान अनारदाना, चटकारा चूरन व गोली गुलाब जामुन व शीतल पेय पदार्थ बनाने बनाने का कच्चा माल व मशीन मिलीं। छोटा भीम बबल्स नाम के रैपर पर स्पष्ट लिखा था कि यह खाने योग्य नहीं है। इसके बाद भी नौनिहालों के जीवन से खिलवाड़ कर लीची जूस, फ्रूटी जैसे शीतल पेय पदार्थ बनाए जा रहे है। एसडीएम विजय शर्मा का कहना है कि श्री राम फ्रूट प्रोडक्ट पर छापेमारी की गई थी। अभी तक की गई जांच पड़ताल में संचालन अवैध रूप से पाया गया है।

दो बार सील हो चुकी है यह फैक्ट्री

इससे पूर्व अधिकारियों ने 11 मई 2018 व 22 मार्च 2020 को छापेमारी कर फैक्ट्री सील की थी, लेकिन अज्ञात कारणों से फैक्ट्री की सील भी खुल गई और उत्पादन भी लगातार जारी है।

खाद्य विभाग की कार्रवाई पर सवाल

कस्बा में शनिवार को जलेसर रोड पर श्री राम फ्रूट प्रोडक्ट पर बार-बार की जा रही छापेमारी पर सवाल उठने लगे हैं। बार-बार खाद्य पदार्थों के नमूने लिए जाते है और फैक्ट्री सीज की जाती है। आज भी बच्चों के चूरन-चटनी, छोटा भीम नामक प्रोडक्ट के अलावा शीतल पेय में लीची का जूस और फ्रूटी जूस जैसे आइटम तैयार किए जा रहे हैं। शनिवार को हुई छापेमारी में सबके नमूने क्यों नहीं लिए गए हैं।

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