जांच रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत का आरोप, लेखपाल निलंबित

जांच रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत लेने के आरोप शिकायत सही पाए जाने पर एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 12:11 AM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 12:11 AM (IST)
जांच रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत 
का आरोप, लेखपाल निलंबित
जांच रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत का आरोप, लेखपाल निलंबित

संसू, हाथरस : जांच रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत लेने के आरोप शिकायत सही पाए जाने पर एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है।

शनिवार को उप जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने आदेश में कहा कि भारतीय किसान यूनियन के सिकंदराराऊ अध्यक्ष ने 31 मार्च को दोपहर को अवगत कराया गया था कि लेखपाल नेम सिंह ने एक ग्राम बरई शाहपुर की निवासी एक लड़की के मायके की जांच की एवज में 500 रुपये प्राप्त किए गए हैं। दूसरे व्यक्ति राजबहादुर के माध्यम से यह रुपये लिए गए थे। यह कृत्य सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के विरुद्ध तथा भ्रष्टाचार की परिधि में आता है। आदेश में यह भी कहा है कि लेखपाल की ओर से निर्वाचन संबंधी कार्य में कोई रुचि नहीं ली जा रही है। दो बार मतदान स्थल सत्यापन की रिपोर्ट दी गई। दोनों रिपोर्टों में असमानता पाई गई है। मतदेय स्थलों का सत्यापन सही प्रकार से नहीं किया गया है। मतदाता सूची में नाम काटने व बढ़ाने के संबंध में जांच आज तक कार्यालय में उपलब्ध नहीं कराई गई है। एक अप्रैल 2021 को जिलाधिकारी द्वारा गांव वासियों से संवाद में ग्राम पंचायत वोटर लिस्ट में अत्यधिक गड़बड़ी की शिकायतें की गईं, जिससे स्पष्ट है कि निर्वाचन के कार्य को नजरअंदाज करते हुए घोर लापरवाही बरती गई है। इस प्रकार लेखपाल द्वारा साजिश के तहत राजबहादुर नामक व्यक्ति से अवैध वसूली कराना, निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में रुचि न लेने तथा सटीक सूचना न देने के कारण पद का दुरुपयोग किया गया है जिसके लिए दोषी हैं। लेखपाल के पास फुलरई, मुगलगढ़ी के अतिरिक्त पोरा क्षेत्र का कार्यभार था। निलंबन की अवधि में वह रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय तहसील सिकंदराराऊ में संबद्ध रहेंगे। साथ ही उन्होंने इस प्रकरण में जांच अधिकारी नायब तहसीलदार हसायन को नियुक्त करते हुए आरोप पत्र तैयार करके पेश करने के निर्देश दिए हैं।

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