ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा का चंदौली तबादला
कार्रवाई को लेकर चर्चाओं में रहे मीणा मिलावटखोरों अवैध कार्य करने वालों पर की ताबड़तोड़ कार्रवाई।
जागरण संवाददाता, हाथरस : ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेमप्रकाश मीणा का बुधवार को चंदौली के लिए स्थानांतरण कर दिया गया। उनका नाम शासन की ओर से जारी की गई 40 आइएएस अफसरों की तबादला सूची में शामिल है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट छह महीने के कार्यकाल में कई बड़ी कार्रवाई को लेकर चर्चाओं में रहे। उन्होंने न सिर्फ मिलावटखोरों की नाक में नकेल कसी बल्कि अवैध धंधा करने वालों पर भी एक्शन लिया। हाथरस के सबसे चर्चित बूलगढ़ी कांड में भी प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए भी वही आगे रहे।
आइएएस प्रेमप्रकाश मीणा अगस्त 2020 में हाथरस आए थे। तत्कालीन डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने एसडीएम सदर बना दिया था। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मीणा ने न्याय आपके द्वार अभियान के तहत गांव-गांव पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुनीं और तमाम समस्याओं का मौके पर ही समाधान भी कराया था। कई बड़ी कार्रवाई को लेकर वह चर्चाओं में रहे। वेदांता हॉस्पिटल पर छापा मारकर अनियमितताएं पकड़ीं। हॉस्पिटल को सील कर दिया था। हृदेश मेडिकल स्टोर पर वह बाइक पर ही छापा मारने पहुंच गए थे, जहां प्रतिबंधित इंजेक्शन मिलने पर मेडिकल स्टोर को सील कर दिया था। हिदुत्ववादी नेता अनूप वाष्र्णेय की मसाला फैक्ट्री पर छापेमारी भी चर्चाओं में रही। यहां भूसे से मसाले का निर्माण होते उन्हें मिला था, जिस पर फैक्ट्री को सील किया गया था। नगर पालिका के टोल टैक्स के भवनों के अवैध निर्माण, बागला कॉलेज रोड पर अतिक्रमण, किला क्षेत्र में अवैध निर्माण कार्याें को ध्वस्त कराकर उन्होंने सुर्खियां बटोरीं। जमुनाबाग के भूमि के विवाद के निपटारे में भी उनकी अहम भूमिका रही।