कोरोना काल में भी कारोबार की कुलांचें

उपलब्धि पिछली साल की तुलना में इस तिमाही में तीन गुना टैक्स भरा वाणिज्य कर विभाग का जीएसटी से भरा खजाना उद्योगों को छूट से वाणिज्य कर विभाग की जमकर हुई कमाई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 12:16 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 12:16 AM (IST)
कोरोना काल में भी कारोबार की कुलांचें
कोरोना काल में भी कारोबार की कुलांचें

जासं, हाथरस : दो साल से चल रहे कोरोना काल को लेकर कारोबारी भले ही मंदी बता रहे हैं, लेकिन जीएसटी के आंकड़ों पर गौर करें तो कारोबारियों की जमकर कमाई हुई है। पिछले साल और इस साल की तिमाही के आंकड़े देखें तो तीन गुना से अधिक जीएसटी वाणिज्य कर विभाग को दिया गया है।

बोलते हैं आकड़े : वित्तीय वर्ष 2020-21 की बात करें तो जून में वाणिज्य कर विभाग को 6.64 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुए थे। वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 के जून में 10.42 करोड़ रुपये का जीएसटी मिला। शासन स्तर पर वाणिज्य कर विभाग को लक्ष्य 8.20 करोड़ रुपये का दिया गया था। दोनों सालों में तिमाही के आंकड़े देखेंगे तो वह चौंकाने वाले हैं। वित्तीय वर्ष 2020-21 में अप्रैल, मई व जून महीने में 10.70 करोड़ की तुलना में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 31.94 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में वाणिज्य कर विभाग को प्राप्त हुआ, जो कि लगभग तीन गुना से अधिक रहा है।

ये रहे हालात : पिछले दो साल से चल रहे कोरोना काल का असर कारोबार पर भी पड़ा है। इससे फुटपाथी दुकानदार से उत्पादन करने वाली इकाइयां प्रभावित हुई हैं। सबसे अधिक असर वित्तीय वर्ष 2020-21 तक दिखाई दिया। कोविड के मरीज निकलने पर कंटेनमेंट जोन के कारण व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित रहीं। सिर्फ दूध, दवा, सब्जी व कुकिग गैस जैसी आवश्यक सेवाओं को अनुमति दी गई थी। पिछले साल कोरोना काल में उद्योगों को छूट नहीं थी। वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोरोना काल जरूर प्रभावी था, लेकिन उद्योगों को चलाने की छूट थी। वीकेंड क‌र्फ्यू अलावा अन्य दिनों में व्यावसायिक गतिविधियां चलती रहीं। गुटखा, तंबाकू से लेकर शराब तक खूब बिकी। सहालग में अतिथियों की अधिक संख्या में छूट से बर्तन, कपड़े, इलेक्ट्रोनिक्स, आटोमोबाइल्स, मिठाई, कैटरिग, परचून, बैक्वेंट हाल व अन्य का कारोबार कस्बों से लेकर गांवों तक खूब तेजी से दौड़ा। बता दें कि यहां से नमकीन, घी, तेल, पनीर, मक्खन, मसाले व अन्य खाद्य पदार्थों की देश विभिन्न हिस्सों में भारी मांग रहती है। वर्जन--

कोरोना काल में पिछले साल की तुलना में तिमाही में अच्छा राजस्व प्राप्त हुआ है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल व्यावसायिक गतिविधियों में छूट रही थी। उद्योग धंधे चलने से विभाग को भी राजस्व अधिक मिला है।

-एससी दीक्षित, डिप्टी कमिश्नर, वाणिज्य कर

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