भाकियू कार्यकर्ताओं की टोल कर्मियों से झड़प

लखीमपुर खीरी के किसानों का अस्थि कलश लेने जा रहे हाथरस-मथुरा के कार्यकर्ता टोल के भुगतान को लेकर हुआ विवाद एक कार के शीशे तोड़े टोल के पास शुरू किया धरना लगा जाम अधिकारियों ने समझाकर उठाया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 01:42 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 01:42 AM (IST)
भाकियू कार्यकर्ताओं की टोल कर्मियों से झड़प
भाकियू कार्यकर्ताओं की टोल कर्मियों से झड़प

संसू, सादाबाद : लखीमपुर खीरी के मृत किसानों के शुक्रवार दोपहर को अस्थि कलश लेने जा रहे मथुरा तथा हाथरस के भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की अलीगढ़-आगरा हाईवे पर टोलकर्मियों से झड़प हो गई। टोल के भुगतान को लेकर विवाद हुआ। भाकियू कार्यकर्ताओं ने विरोध में टोल पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, इससे वहां जाम लग गया। भाकियू कार्यकर्ताओं ने एक कार के शीशे भी तोड़ दिए। एसडीएम-सीओ ने किसान नेताओं को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।

भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्धा सिंह, मंडल अध्यक्ष आगरा गजेंद्र परिहार, जगदीश परिहार, ललित शर्मा, राजवीर लवानिया, कृपाल सिंह फौजदार, महाराज सिंह, भारतीय किसान यूनियन के नेता लखीमपुर खीरी के किसानों की अस्थि कलश लेने जाते समय खंदौली के पास एक्सप्रेस-वे के नीचे पहुंचे थे। यह कलश मथुरा तथा हाथरस जनपद के किसान यूनियन के पदाधिकारियों को सुपुर्द किया जाना था। अस्थि कलश लेने के लिए हाथरस और मथुरा के भाकियू कार्यकर्ता एक्सप्रेस-वे के पास जा रहे थे। वहां जाने के लिए आगरा-अलीगढ़ हाईवे पर बरौस टोल प्लाजा से उन्हें गुजरना था। टोल प्लाजा पर शुल्क मांगने पर भाकियू के पदाधिकारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। एक्सप्रेस-वे पर यात्रा लेकर खड़े किसान नेता भी वहां पहुंच गए। किसानों की टोल कर्मियों से धक्का मुक्की के साथ झड़प भी हुई। इसी दौरान एक कार के शीशे भी तोड़ दिए गए। किसान वहीं धरने पर बैठ गए। इससे वहां जाम लग गया। राहगीरों से भी अभद्रता की गई। हंगामे की जानकारी होने पर एसडीएम अंजलि गंगवार व पुलिस उपाधीक्षक ब्रह्म सिंह, सादाबाद कोतवाली के अलावा चंदपा थाने की पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं को एसडीएम एवं पुलिस उपाधीक्षक ने समझाकर शांत कराया। करीब एक घंटा तक वहां जाम की स्थिति बनी रही। ब्रजभूमि एक्सप्रेस वे के डीजीएम निमेष तिवारी ने बताया कि वाहनों की लंबी लाइन लगी हुई थी, भाकियू कार्यकर्ता टोल फ्री करने की जिद कर रहे थे। जिसके कारण टोल कर्मियों से नोकझोंक तथा हंगामा हुआ। गाड़ी के शीशे तोड़ने की बात गलत है।

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