बरसा सावन झूम के, शहर से गांव तक पानी-पानी

मंगलवार की शाम से शुरू हुई बारिश बुधवार की शाम तक जारी रही। इस बार सावन ऐसा झूम के बरसा कि शहर से गांव तक पानी-पानी हो गए। शहर में नाले-नालियों की सफाई व्यवस्था की पोल भी खुल गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 12:48 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 12:48 AM (IST)
बरसा सावन झूम के, शहर से गांव तक पानी-पानी
बरसा सावन झूम के, शहर से गांव तक पानी-पानी

जासं, हाथरस : मंगलवार की शाम से शुरू हुई बारिश बुधवार की शाम तक जारी रही। इस बार सावन ऐसा झूम के बरसा कि शहर से गांव तक पानी-पानी हो गए। शहर में नाले-नालियों की सफाई व्यवस्था की पोल भी खुल गई। शहर और कस्बों के निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। शहर में बिजली काटन मिल से अलगर्जी, रमनपुर, श्रीनगर व अन्य स्थानों पर पानी भरा रहा। स्कूलों व कालेजों के परिसर में भी पानी भरा हुआ है। बादल छाए रहने से अभी बारिश की संभावना बनी हुई है। सासनी में गंदा नाला ओवरफ्लो करने लगा है। ईशन नदी ओवरफ्लो, गांव में घुसा पानी

संसू, पुरदिलनगर : क्षेत्र के कई गांवों से गुजर रही ईशन नदी बरसात के कारण उफान ले रही है। सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो रही है। नदी के किनारे के गांव सिचावली, कदीम, गोपालपुर, नगला बिहारी, बरसामई, सिहोरी, सुलतानपुर, बाडी, नगला उदैया, गूजरपुर व अन्य गांवों के किसानों की धान, बाजरा, ज्वार, सब्जी व अन्य फसलें डूब गई हैं। पानी गांव में भी घुस रहा है। शासन प्रशासन ने पानी रोकने को कोई कदम नहीं उठाया है। ग्राम प्रधान बरसामई नीरज कुमार यादव ने इस नदी किनारे के सभी गांवों में हुए नुकसान पर मुआवजा दिलाने की मांग की है। डा. मंजूलता कुशवाह ने कहा है कि 10 दिन से बरसात के कारण नदी में ऊपर से पानी की आवक अधिक होने से बाढ़ जैसे हालात बने हैं। साधन सहकारी समिति की अध्यक्ष विरमा देवी ने कहा कि पुरदिलनगर की 30 -35 बीघा जमीन जलमग्न है। किसानों को फसलों का मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन होगा। जगदीश की धान की फसल ने जल समाधि ले ली है। उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर मुआवजे की गुहार लगाई है।

सिकंदराराऊ : कस्बे के मोहल्ला अनल कालोनी, हुरमतगंज, शिव कालोनी, खिजरगंज, बारहसैनी, नयागंज में घरों के अंदर पानी पहुंच जाना और जलभराव की समस्या लोगों के लिए आम बात हो गई है। बारिश के कारण जलभराव से इन मोहल्लों के लोगों का जीवन नारकीय हो गया है। जीटी रोड पर भरने वाले पानी से सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। जिससे वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं। पानी भरा होने पर गड्ढा न दिखाई देने से थ्री व्हीलर व दोपहिया वाहन आकर और गड्ढे में पलट जाते हैं। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। बरसात से पहले किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए थे। बारिश के लिए प्रार्थना कर रहे थे। अब यही बारिश उनकी फसल के लिए मुसीबत का सबब बन गई है। बारिश का पानी खेतों में भरा होने से फसलें बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई हैं।

सादाबाद : कस्बे में डाकखाना रोड, सब्जी मंडी मार्ग, बैजनाथ मंदिर मार्ग, आनंद नगर चौराहा, सुभाष गली, बाइपास मार्ग, आगरा गेट सहित कई इलाकों में जलभराव हो गया। नगर पंचायत ने हालांकि नालों की सफाई करा दी थी, लेकिन समुचित सफाई न होने के कारण नाले से पानी निकलने की वजह से यह पानी सड़कों पर हिलोरें लेने लगा। सबसे मुश्किल का सामना आनंद नगर चौराहा तथा बैजनाथ मंदिर मार्ग के लोगों को करना पड़ा। यहां पानी का दबाव अधिक होने के कारण जलभराव काफी गहरा हो गया। इसकी वजह से दुकान तथा मकानों में पानी भर गया। बुधवार को बरसात समूचे क्षेत्र में हुई। नगला छत्ती, विधिपुर, बिसावर में जलभराव की स्थिति बनी रही। जबरदस्त बरसात होने के कारण जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं जलभराव से परेशानी का सामना करना पड़ा।

टपक रहे कच्चे घरों

में रहने को मजबूर

संसू, सादाबाद : एदलपुर गांव की रामवती देवी पत्नी जितेंद्र सिंह आज भी कच्चे घर में रहने को मजबूर हैं। मजदूर वर्ग से होने के कारण मेहनत मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण तो हो रहा है लेकिन आवास बनवाने के लिए धन न होने की वजह से यह परिवार कच्चे घर में रह रहा है। पिछले पंचवर्षीय योजना में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत इनका आवास भी मंजूर हुआ था, लेकिन किसी कारण से अभी तक खाते में किस्त नहीं आई।

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