ठंड व बीमारी से बचाने को पशुओं को पिलाई कृमिनाशक दवा
शिविर का आयोजन - कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने किया शिविर का आयोजन - ग्राम अहवरनपुर में 90 किसानों के पशुओं को पिलाई दवा
संवाद सहयोगी, हाथरस : पालतू पशुओं को रोगों से बचाने के लिए ग्राम अहवरनपुर में करीब 220 पशुओं को कृमिनाशक दवा पिलाई गई। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने शीत ऋतु में पशुओं का ध्यान रखने के सुझाव देते हुए पशुपालकों की समस्याओं का निस्तारण किया।
कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के तहत शिविर का आयोजन गुरुवार को ग्राम अहवरनपुर में किया गया। केवीके के प्रभारी व फसल रक्षा विशेषज्ञ डा. एसआर सिंह के नेतृत्व में वैज्ञानिकों ने कार्यक्रम में सहभागिता की। डा. एसआर सिंह ने कहा शीत ऋतु में पशुओं को हवा व ठंड से बचाने के लिए पौष्टिक आहार के साथ चारों ओर से बंद व प्रकाशयुक्त वातावरण में रखना हितकर रहता है। केवीके पशुपालन वैज्ञानिक डा. एसके रावत ने कहा कि कृमियों से संबंधित बीमारी पालतू पशुओं में सर्वाधिक होती है। पेट में कृमि होने से पशुओं का विकास रुक जाता है। बीमार पशुओं की आंखों से कीचड़ व पानी बहने लगता है। त्वचा खुरदरी होने के साथ दूध का उत्पादन भी कम होता चला जाता है।
दोनों वैज्ञानिकों ने पशुपालकों की समस्याओं का भी निराकरण किया। शिविर में 90 किसानों के करीब 220 पशुओं को दवा पिलाते हुए निश्शुल्क दवा वितरित की गई। इसमें बड़े पशुओं को 3 ग्राम व छोटे पशुओं को 1.5 ग्राम दवा खिलाई गई। इस मौके पर रामगोपाल शर्मा, नत्थीलाल शर्मा, विजय, सौदान सिंह आदि दर्जनों पशुपालक मौजूद थे।