महिला की मौत से भड़के स्वजन एसडीएम की गाड़ी के आगे लेटे
सासनी के गांव खोरना की महिला तीन दिन पूर्व हुई थी संक्रमित तबीयत खराब होने पर स्वजन सुबह लेकर पहुंचे थे सासनी सीएचसी उपचार में लापरवाही का आरोप मौत हो जाने पर स्वजन ने किया हंगामा।
संवाद सूत्र, हाथरस : कोतवाली सासनी के गांव खोरना में कोरोना संक्रमित महिला की तबीयत खराब होने पर बुधवार की सुबह स्वजन सीएचसी सासनी पहुंचे। यहां उपचार से पूर्व ही महिला की मौत हो जाने पर स्वजन आक्रोशित हो गए। आरोप है लगाया कि आक्सीजन की व्यवस्था में देरी करने से महिला की मौत हुई। मृतका के स्वजन ने एसडीएम की गाड़ी के आगे लेटकर जमकर हंगामा किया।
60 वर्षीय मिथलेश रावत को सांस लेने में दिक्कत होने पर तीन दिन पूर्व स्वजन सीएचसी सासनी पर लेकर पहुंचे, जहां कोरोना जांच में वह पाजिटिव पाई गई। सीएचसी से महिला को दवाई देकर घर में क्वारंटाइन रहने के लिए कह दिया गया। स्वजन महिला को घर ले गए, जहां बुधवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई। स्वजन महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां से महिला को जिला अस्पताल के एल टू हास्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया। आरोप है कि एंबुलेंस में देरी होने के कारण महिला की मौत हो गई। महिला की मौत से स्वजन आक्रोशित हो गए। सीएचसी पर हंगामे की सूचना पर एसडीएम पहुंच गए। स्वजन एसडीएम की गाड़ी के आगे लेट गए। उनका आरोप है कि एंबुलेंस में देरी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई। इसकी वजह से महिला की मौत उपचार से पूर्व ही हो गई। एसडीएम ने स्वजन को समझा बुझाकर शांत किया। मृतका के भतीजे का आरोप था कि यदि समय से आक्सीजन वाली एंबुलेंस उपलब्ध करा दी जाती तो उनकी चाची की मौत नहीं होती। सीएचसी प्रभारी डा.एसपी सिंह का कहना है कि तीन दिन पूर्व संक्रमित पाए जाने पर महिला को दवाई दी गई थी। बुधवार को तबीयत बिगड़ने पर स्वजन महिला को लेकर आए थे। एल टू हास्पिटल के लिए महिला को रेफर किया गया था, लेकिन उससे पूर्व ही महिला की मौत हो गई।