अपहरण के तीनों आरोपित नाबालिग, सुधार गृह भेजे
कोतवाली सदर क्षेत्र में घंटाघर के पास से सोमवार शाम अगवा की गई वृद्धा को पुलिस ने तीन घंटे के अंदर बरामद कर लिया था।
जासं, हाथरस : कोतवाली सदर क्षेत्र में घंटाघर के पास से सोमवार शाम अगवा की गई वृद्धा को पुलिस ने तीन घंटे के अंदर बरामद कर लिया था। तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था। तब पुलिस ने तीनों को बालिग दिखाया था जबकि प्रमाणपत्रों की जांच में तीनों नाबालिग निकले हैं। अब कोर्ट के आदेश पर तीनों को अलीगढ़ जिला कारागार से निकालकर बाल सुधार गृह मथुरा भेजा गया है।
कोतवाली सदर क्षेत्र के हलवाई खाना बाजार निवासी शैलेश दीक्षित की 65 वर्षीय मां सुनीता दीक्षित सोमवार की शाम को भागवत कथा सुनने के लिए 'अपना वाली धर्मशाला' में गई थीं। वहीं से उनका अपहरण कर लिया गया था। अपहर्ताओं ने 80 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। कोतवाली पुलिस के साथ एसओजी व सर्विलांस टीम को लगाने के बाद पुलिस ने रात में चंदपा क्षेत्र में घेराबंदी कर तीन अपहर्ताओं को दबोचकर वृद्धा को सकुशल बरामद कर लिया था। तब मेडिकल के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से तीनों को अलीगढ़ के जिला कारागार भेज दिया गया था। आरोपितों के स्वजन के दावे के बाद कोर्ट ने तीनों के आयु संबंधी प्रमाणपत्र मांगे। इसके आधार पर तीनों आरोपित नाबालिग निकले हैं। तीनों की उम्र 14 से 16 वर्ष के बीच
कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के शैक्षिक और आयु संबंधी प्रमाणपत्र लेकर सत्यापन कराया। इगलास के गांव जवार निवासी मुख्य आरोपित की आयु 15 वर्ष चार महीने है। तीन जून 2006 उसकी जन्मतिथि है। वह मक्खन लाल माहेश्वरी सरस्वती विद्या मंदिर मुरसान का छात्र है। वहीं मुरसान के गांव करील निवासी दूसरा आरोपित भी इसी विद्यालय का छात्र है। जन्मतिथि 16 दिसंबर 2007 के अनुसार उसकी आयु करीब 13 वर्ष 10 माह है। तीसरा आरोपित गांव करील का है। उसकी आयु 15 वर्ष 10 महीने के करीब है। शैक्षिक प्रमाणपत्रों में उसकी जन्मतिथि एक जनवरी 2006 है। इनका कहना है
कोर्ट के निर्देश पर तीनों आरोपितों के प्रमाणपत्रों की जांच की गई। इसके आधार पर तीनों नाबालिग निकले हैं। न्यायालय के आदेश पर तीनों आरोपितों को अलीगढ़ जिला कारागार से मथुरा बाल सुधार गृह शिफ्ट करा दिया गया है।
-अरविद राठी, एसएचओ कोतवाली सदर