जमीन को लेकर तनातनी पर अफसरों ने कराया समझौता
एडीएम की मौजूदगी में पहुंचा पुलिस प्रशासन का दल विवादित खेत पर कराई मेड़बंदी दिया गया कब्जा।
संवाद सूत्र, हाथरस : सहपऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव तामसी में दो पक्षों में चल रहे जमीनी विवाद को लेकर कई महीने से तनाव की स्थिति थी। हालात टकराव जैसे थे। कई बार गांव में पंचायत भी हुईं मगर बेनतीजा रहीं। सोमवार को एडीएम की अगुवाई में राजस्व विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों के मध्य समझौता करा दिया। पुलिस एवं राजस्व टीम ने उन विवादित खेतों की मेड़बंदी भी करा दी।
सोमवार की दोपहर को एडीएम जेपी सिंह एक बार फिर उक्त गांव में अपने साथ एसडीएम अंजलि गंगवार, तहसीलदार निधि भारद्वाज, नायब तहसीलदार सतेंद्र सिकरवार एवं जिले के कई थानों की पुलिस फोर्स एवं पीएसी को लेकर पहुंच गए। वैसे वार्ता का दिन शनिवार को निश्चित किया था, मगर शनिवार को तहसील दिवस होने के कारण अधिकारीगण उसमें व्यस्त हो गए थे।
सादाबाद निवासी रेखा अग्रवाल पत्नी विजय अग्रवाल एवं राधारमन व अजय अग्रवाल ने तामसी निवासी अजय सिंह एवं पदममाला पत्नी विवेक नरेश सिंह से 75 बीघा जमीन का बैनामा 2015-16 में कराया था। जमीन की दाखिल खारिज भी हो गई। जब बैनामा कराने वाला पक्ष गांव में खेतों पर फसल बोने गया तो दूसरे पक्ष ने उनके साथ मारपीट की और वहां से भगा दिया था। इस विवाद में मारपीट की एफआइआर कोतवाली सहपऊ में 2016 में दर्ज हुई थी। इस मामले में बंटवारे का मुकदमा भी चला था। तीन बार पहले भी पंचायतें हुईं, लेकिन नतीजा नहीं निकला। दूसरा पक्ष ही पूरे खेत को जोतकर बोआई कर रहा था। अब मेड़बंदी होने के बाद उक्त जमीन पर पूरी तरह से रेखा अग्रवाल एवं राधारमन अग्रवाल का कब्जा हो गया है। वर्जन ---
वसीयत के अनुसार अब गौरव के नाम जमीन हो गई है। इसके साथ ही दोनों पक्षों में से एक पक्ष को रजबहा के दूसरी ओर एवं दूसरे पक्ष को रजबहा से तामसी गांव की ओर के खेत देने पर सहमति बन गई है। उनके खेतों पर कब्जा करा दिया गया है और मेड़बंदी करा दी है। गांव में पूरी तरह से शांति है।
जेपी सिंह, एडीएम हाथरस