फर्जी जाति प्रमाणपत्र से प्रधान बनने का आरोप
सासनी क्षेत्र की एक नव निर्वाचित महिला ग्राम प्रधान का जाति प्रमाणपत्र फर्जी होने का आरोप लगाते हुए शिकायत जिलाधिकारी व एसडीएम सासनी से की गई है।
संसू, हाथरस : सासनी क्षेत्र की एक नव निर्वाचित महिला ग्राम प्रधान का जाति प्रमाणपत्र फर्जी होने का आरोप लगाते हुए शिकायत जिलाधिकारी व एसडीएम सासनी से की गई है। अलीगढ़ के मंडलायुक्त को भी शिकायत भेजकर प्रमाणपत्र निरस्त कराने के साथ ही आरोपित ग्राम प्रधान के अलावा षड्यंत्र में शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
ग्राम पंचायत चंदैया के मजरा नगला काशी निवासी कल्याण सिंह पुत्र पन्नालाल ने शिकायत में कहा है कि अंजू देवी पत्नी धर्मवीर सिंह ने पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र तहसीलदार सासनी से जारी कराकर ग्राम प्रधान चंदैया के लिए नामांकन किया था। आरोप है कि महिला होने के कारण तहसीलदार सासनी ने आवेदन में अंकित पते के आधार पर महिला के कथित मायके ग्राम चिपियाना खुर्द तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर से रिपोर्ट मंगाई थी, जिसमें अंजू देवी पुत्री राजपाल सिंह निवासी चिपियाना खुर्द लिखा था। तहसीलदार दादरी से प्राप्त कथित रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार सासनी ने 27 मार्च 2021 को महिला का जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया। जबकि अंजू के पति सामान्य जाति के ठाकुर हैं। चुनाव के बाद गांव में हुई चर्चा के आधार पर तहसीलदार सासनी से कथित प्रमाणपत्र की शिकायत की गई, जिसका संज्ञान लेते हुए तहसीलदार सासनी ने दादरी तहसील से प्राप्त जांच आख्याओं की छाया प्रति संलग्न कर तहसीलदार दादरी से सत्यापन कराया। यह तथ्य सामने आया कि आवेदन पर तहसील दादरी के किसी अधिकारी व कर्मचारी के हस्ताक्षर व मुहर नहीं हैं। पंजीकृत डाक से प्राप्त सत्यापन आख्या को देखकर तहसील प्रशासन सकते में है। एसडीएम विजय शर्मा का कहना है कि यदि जाति प्रमाण पत्र फर्जी है तो निरस्तीकरण समिति द्वारा निरस्त किया जाएगा। इस संबंध में ग्राम प्रधान के पति धर्मवीर सिंह ने पत्नी के जाति प्रमाणपत्र पर गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि चुनाव में हार चुके विरोधी पक्ष के लोग उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश कर रहे हैं।