साहित्य संजोने के लिए म्यूजियम व रिसर्च सेंटर बनेगा

नगर पालिका परिषद द्वारा तालाब चौराहा स्थित पुरानी कलक्ट्रेट में दिवाली मेले का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Nov 2021 12:15 AM (IST) Updated:Tue, 02 Nov 2021 12:15 AM (IST)
साहित्य संजोने के लिए म्यूजियम व रिसर्च सेंटर बनेगा
साहित्य संजोने के लिए म्यूजियम व रिसर्च सेंटर बनेगा

जासं, हाथरस : नगर पालिका परिषद द्वारा तालाब चौराहा स्थित पुरानी कलक्ट्रेट में दिवाली मेले में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर काव्य पाठ के बाद कवियों व साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।

भाजपा के जिलाप्रभारी व प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी देवेन्द्र सिंह व पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा द्वारा मां सरस्वती के छविचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा ने कहा कि इस जमीं ने पं. नथाराम गौड़, काका हाथरसी व निर्भय हाथरसी, सुरेश चतुर्वेदी, खिच्चो लाल आटा वाले, ब्रजेन्द्र शर्मा, होतीलाल भगतजी, जैसे श्रेष्ठ रसिकों को पैदा कर शीर्ष गायक की क्षमता दी है। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि नगर पालिका प्रतिवर्ष गरीब व निर्धन नागरिकों के लिए मेले का आयोजन करेगी। इस अवसर पर प्रतिवर्ष एक बड़ा कवि सम्मेलन होगा, जिसमें हाथरस के एक कवि को रतन की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। इससे जिले का और कवि का मान बढ़ेगा। उन्होंने कहाकि मेरा प्रयास होगा कि एक कवि व हाथरस साहित्य के लिए एक रिसर्च सेंटर की स्थापना कराई जाएगी। इसमें म्यूजियम के साथ कवियों का साहित्य संजोये रखने की व्यवस्था होगी। हाथरस में इसका एक बड़ा प्रेरणा स्थल स्थापित होगा। इससे नई पीढ़ी को भी जानकारी हो सकेगी। इसके बाद कवयित्री पूजा चौहान द्वारा सरस्वती वंदना करने के उपरान्त कवयित्री मीरा दीक्षित द्वारा कविता सुनाई गई। कवि और कवयित्रियों ने काव्यपाठ कर उपस्थित श्रोताओं कों मंत्रमुग्ध किया। डा. नितिन मिश्रा, युवा कवि रविकांत सिंह, वाल कवयित्री उन्नति भारद्वाज, प्रभु दयाल दीक्षित प्रभु, कवयित्री प्रियांशी ढाकरा, मीनाक्षी शर्मा, दीपक रफी, माधव शर्मा, रूविया खान, डा. डंबर सिंह एई पालिका हाथरस, चांद हुसैन चांद, डा. उपेंदर झा, देवेश आसु, प्रदीप अंजाना, मीरा दीक्षित, गाफिल स्वामी, देवी सिंह निडर, ब्रजेश मोहन रावत, शालिनी पाठक, प्रदीप पंडित, चाचा हाथरसी ने काव्यपाठ किया। संचालन साहित्यकार विद्यासागर व कवि अनिल बौहरे द्वारा किया गया।

chat bot
आपका साथी