146 करोड़ रुपये के 11232 बकायेदारों की आरसी जारी

बाद में पता सही कर 102 आरसी दुबारा भेजी गईं अब शेष 83 आरसी को कराया जा रहा है सही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 04:59 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 04:59 AM (IST)
146 करोड़ रुपये के 11232  बकायेदारों की आरसी जारी
146 करोड़ रुपये के 11232 बकायेदारों की आरसी जारी

जासं, हाथरस : बिजली विभाग की ओर से बकायेदारों पर शिकंजा कसा जा रहा है। विभाग की ओर से 11,232 बकायादारों पर 146 करोड़ रुपये की आरसी जारी की गई है। कुछ आरसी ऐसी भी हैं, जिनके नाम व पते गलत होने के कारण वापस कर दी गई है। विभाग उन्हें सही कर फिर से भेज रहा है।

जनपद में शहर और देहात के उपभोक्ताओं पर बिजली विभाग का 300 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया चल रहा है। बकाया के भुगतान के लिए विभाग की ओर से एकमुश्त समाधान योजना चलाई जा रही है, जोकि 30 नवंबर को समाप्त हो रही है। वहीं बकायादारों पर दबाव बनाने के लिए तहसील प्रशासन की मदद से आरसी जारी की गई है। 146 करोड़ रुपये के 11,232 बकायेदारों के खिलाफ आरसी जारी की गई है। 185 लोगों की आरसी नाम व पता सही न होने के कारण विभाग के पास लौट आई है। विभाग की ओर से इसमें 102 आरसी के नाम व पते सही कराकर दुबारा भेज दी गई है जबकि 83 आरसी ऐसी हैं, जिनके नाम व पते सही कराए जा रहे हैं। इनके नाम व पते सही होने पर दोबारा से आरसी भेजी जाएगी। वर्जन

बकायादारों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि वे समय पर बिल जमा करें। जो जमा नहीं कर रहे हैं, उनके प्रति सख्ती दिखाई जा रही है। इसी के तहत आरसी जारी कराई जा रही हैं।

जगतराम, अधीक्षण अभियंता पानी की लाइन बिछाने को

शटडाउन से रहा संकट

जासं, हाथरस : शहर में अलीगढ़ रोड पर पेयजल के लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है, जिसके लिए शट डाउन लिया गया था। इससे जिला अस्पताल सहित कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति घंटों ठप रही।

शहर में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के बराबर हाईटेंशन विद्युत लाइन गुजर रही है। इस लाइन से बागला जिला अस्पताल व अलीगढ़ रोड पर बाजार व रिहायशी इलाकों में बिजली की सप्लाई दी जाती है। जल निगम की ओर से पुनर्गठन पेयजल योजना के तहत पानी की पाइप लाइन बिछाई जा रही है। पानी की पाइप लाइन बिछाने के लिए बिजली की लाइन में सुबह 10 बजे से शाम को छह बजे तक शटडाउन लिया गया। इसके कारण दिन में लोग बिजली को तरस गए। सबमर्सिबल नहीं चला सके जिसके कारण पानी का संकट भी बना रहा।

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