गांवों में कंप्यूटर पर 441 ग्राम पंचायतों में आधी आबादी संभालेगी काम
-शासन ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक की भर्ती की दी है व्यवस्था -डीपीआरओ ने बताया प्रधान पद के आरक्षण के अनुसार होगी भर्ती
हरदोई : गांव के पंचायत भवन में जल्द ही कंप्यूटर पर महिलाएं काम करतीं नजर आएंगी। ग्रामीणों की समस्याओं को दर्ज करने, योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी देने के साथ ही ग्राम पंचायत के कामकाज को भी संभालेंगी।
जिले में 441 महिलाओं को पंचायत सहायक के रूप में ग्राम पंचायत के पंचायत भवन कार्यालय में काम करने का मौका मिलने जा रहा है। पंचायतीराज विभाग के अपर मुख्य सचिव ने हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में प्रधान पद के लिए प्रभावी आरक्षण के अनुसार पंचायत सहायक की भर्ती की अनिवार्यता दी है। कहा है कि प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदार को पंचायत सहायक नहीं बनवा सकेंगे।
जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने बताया कि पंचायतीराज विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने पंचायत सहायकों की नियुक्ति के संबंध में जारी पत्र और वीडियो कांफ्रेंसिग में कहा है कि इसके लिए प्रधान पद के आरक्षण को ही प्रभावी किया जाए। बताया कि प्रधान पद के लिए आरक्षित की ग्राम पंचायतों के अनुसार ही पंचायत सहायक पद के लिए आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। जिले में 1306 ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के लिए हाल ही में चुनाव के लिए आरक्षण को प्रभावी किया था। 441 ग्राम पंचायत महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, इनमें 106 एससी व 120 ओबीसी महिला और 215 अनारक्षित महिला के लिए शामिल हैं। 194 एससी, 229 ओबीसी, और 442 ग्राम पंचायत अनारक्षित श्रेणी में हैं।
कंप्यूटर ज्ञान की अनिवार्यता नहीं : डीपीआरओ गिरीश चंद्र ने बताया कि शासन की ओर से पंचायत सहायकों की भर्ती की दी गई व्यवस्था में कंप्यूटर ज्ञान की अनिवार्यता नहीं दी गई है। अभ्यर्थी का चयन हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के प्राप्तांकों के फीसद से मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। सर्वाधिक अंक वाले अभ्यर्थी का नाम सूची में टाप रहेगा और उसके बाद घटते अंक के क्रम में सूची बनेगी। सूची का जिला मुख्यालय पर परीक्षण होगा और उसी के बाद चयन प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।