38 शिक्षक-शिक्षिकाओं के टीईटी अंक पत्र में मिली गड़बड़ी

- परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज की जांच में मिली खामी - लोकायुक्त से शिकायत होने पर स्कूल महानिदेशक ने टीईटी प्रमाण पत्रों की कराई थी जांच

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 10:34 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 10:34 PM (IST)
38 शिक्षक-शिक्षिकाओं के टीईटी अंक पत्र में मिली गड़बड़ी
38 शिक्षक-शिक्षिकाओं के टीईटी अंक पत्र में मिली गड़बड़ी

हरदोई: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। लोकायुक्त से शिकायत के बाद शिक्षक भर्तियों की चल रही जांच में 38 शिक्षक शिक्षिकाओं के टीईटी अंक पत्र में गड़बड़ी मिली है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने इन सभी की महानिदेशक स्कूल शिक्षा को सूची भेजी है और बीएसए को भी इसकी जांच के लिए आदेशित किया गया है।

शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आए। 119 से अधिक शिक्षक बर्खास्त होकर उनके विरुद्ध एफआइआर भी दर्ज हो चुकी है। वहीं अलग अलग चरणों में हुई शिक्षक भर्ती 16448,10000, 15000 और 72825 इन सभी की रामनिवास शर्मा द्वारा लोकायुक्त में शिकायत की गई थी और उसी के आधार पर जांच चल रही है। जांच पर गड़बड़ी मिलने पर पांच लिपिकों को निलंबित कर दिया गया है और चयन कमेटी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। वहीं जांच के लिए विभाग की तरफ से सभी चयनितों की सूची मांगी गई थी। जिला स्तर पर टीईटी के अंक पत्रों का आनलाइन सत्यापन किया गया था, उनकी भी सूची विभाग को भेज दी गई। महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश ने सभी के टीईटी अंक पत्रों के सत्यापन के लिए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को सूची भेज दी थी, जिसमें 38 शिक्षक-शिक्षिकाओं के टीईटी अंक पत्रों में गड़बड़ी मिली है। चार अगस्त 2021 को सचिव ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को इन सभी नाम और खामियों के साथ सूची भेजी। चार अगस्त को जारी सूची में शामिल 38 अध्यापकों में कई शिक्षकों के रोल नंबर वर्ष 2013 व 2014 की परीक्षा में शामिल नहीं है। कई शिक्षकों के वर्ष 2012 में परीक्षा उत्तीर्ण कराना दर्शाया गया है, जबकि उस वर्ष परीक्षा ही आयोजित नहीं हुई है। कुछ शिक्षकों का अनुक्रमांक पूरा ही नहीं है। वहीं कई शिक्षकों के सूची में और परीक्षा तालिका के नंबरों में अंतर मिला है। कई में टीईटी के अंकों को काफी अधिक दर्शाया गया है। महानिदेशक के साथ ही बीएसए हरदोई को खंड शिक्षा अधिकारियों को नामित कर जांच के लिए कहा गया है, जिसमें अब खंड शिक्षा अधिकारी अभिलेखों से मिलान करेंगे और उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। हालांकि अब टीईटी अंक पत्र में क्या खामी निकलती है और असली है या नकली यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन एक बार फिर विभाग में खलबली मच गई है। बीएसए बीपी सिंह ने बताया कि वह पूरे मामले की जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे।

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