दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज होने पर युवक ने दी जान
-गांव की ही महिला ने लगाया था दुष्कर्म का आरोप -खेत पर बने ट्यूबवेल में फंदे पर लटकता मिला शव
बेनीगंज (हरदोई): दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज होने से परेशान युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। रविवार को उसे कोतवाली बुलाया गया था, लेकिन उससे पहले ही वह फंदे पर झूल गया। उसकी जेब में सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने फर्जी एफआइआर से दुखी होकर जान देने की बात कही है। मृतक के स्वजन ने आरोप लगाने वाली महिला और उसके परिवार को मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के हूंसेपुर निवासी आशुतोष अवस्थी खेतीबाड़ी करता था। कुछ दिन पूर्व गांव की ही एक महिला ने उसके ऊपर आरोप लगाया था, हालांकि बाद में सुलह हो गई, लेकिन कुछ दिन बाद फिर मामले की शिकायत की गई। जैसा कि आशुतोष के भतीजे शुभम अवस्थी ने बताया कि महिला ने 156 (3) के तहत अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था और उसी में आदेश पर पुलिस ने शनिवार को आशुतोष के खिलाफ दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज कर ली थी। शनिवार को पुलिस कर्मी गांव गए थे और रविवार को कोतवाली बुलाया गया था। आशुतोष खेत पर मक्का देखने की बात कहकर निकल गए। तलाश करने पर खेत में बने निजी ट्यूबवेल में रस्सी से उनका शव लटकता मिला। उनकी जेब में तीन पेज का सुसाइड नोट भी मिला। शुभम और उसके स्वजन ने आरोप लगाने वाली महिला और उसके पति को ही आशुतोष की मौत का जिम्मेदार बताया है। कोतवाल विद्यासागर पाल ने बताया कि अदालत के आदेश पर एफआइआर दर्ज हुई थी।
'सब फर्जी केस करते हैं, नहीं चाहिए जिंदगी'
जासं, हरदोई: सॉरी मम्मी एंड पापा। सॉरी ब्रदर्स एंड सिस्टर। अगली लाइफ मिली तो सब अदा कर दूंगा। अब नहीं चाहिए जिदगी, सब फर्जी केस करते हैं। मेरी जिदगी को फर्जी ही नरक बना दिया।...फर्जी 376 का केस करके दो बार नाक रगड़ चुका हूं, अब नहीं सॉरी। बेनीगंज के हूंसेपुर निवासी आशुतोष अवस्थी ने यही सब लिखकर जान दे दी। हालांकि उसकी जेब में मिला सुसाइड नोट तीन पेज का था, पर एक ही पेज सामने आया। कोतवाल ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है।
आशुतोष पर गांव की ही एक महिला आरोप लगा रही थी। जैसा कि बताया गया कि सुलह समझौता भी हो चुका था, लेकिन अब फिर मामले ने तूल पकड़ लिया था। उसी की एफआइआर भी दर्ज हुई थी। शायद आशुतोष जेल जाने से डरता था और उसने इसका भी जिक्र किया। सुसाइड नोट के एक पेज पर लिखा है कि वह कहती हैं कि आशू को जेल करा देंगी। 376 के मामले में आज कहीं एफआइआर, कल बयान, परसों पकड़ने आ जाएंगे। कोतवाल विद्यासागर पाल ने बताया कि पूरे मामले की जांच हो रही है। पुलिस ने उसे कोई परेशान नहीं किया था।