शिवभक्तों ने किया पूजन, भीड़ बढ़ने पर बंद किए गए मंदिर

श्रवण मास के प्रथम दिन सोमवार को शिव भक्तों ने पूजा अर्चना की। लेकिन भीड़ बढ़ने पर कपाट बंद कर दिए गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 01:19 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:07 AM (IST)
शिवभक्तों ने किया पूजन, भीड़ बढ़ने पर बंद किए गए मंदिर
शिवभक्तों ने किया पूजन, भीड़ बढ़ने पर बंद किए गए मंदिर

हरदोई : सावन के पहले सोमवार को भक्तों में आस्था और उत्साह दिखा। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बड़े मंदिरों में पहले पांच-पांच श्रद्धालु भेजे गए लेकिन भीड़ बढ़ने पर कपाट बंद कर दिए गए। भक्तों ने घरों से लेकर छोटे मंदिरों में पहुंचकर भगवान शंकर का पूजनकर श्रद्धा के साथ बेल पत्र, धतूरा आदि अर्पण कर अपने व परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की। मंदिरों के बाहर पुलिस फोर्स भी लगा रहा।

श्रवण मास का प्रथम दिन सोमवार पड़ने से शिव भक्तों के लिए अपने ईष्ट को मनाने का शुभ अवसर था। शिव भक्त सुबह ही मंदिरों में पूजा अर्चना करने पहुंचने लगे। शहर के शिव भोले मंदिर, बाबा विश्वनाथ मंदिर में पांच - पांच भक्तों को प्रवेश दिया गया। वहां पर भक्तों ने सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए पूजा अर्चना की। शहर के प्रसिद्ध शिव मंदिर बाबा तुंरत नाथ मंदिर पर भक्तों की भीड़ अधिक पहुंचने पर उसके गेट बंद कर दिए गए।

बेहटागोकुल क्षेत्र के ऐतिहासिक शिव संकट हरण मंदिर सकाहा में भक्तों की भीड़ अधिक होने पर मंदिर के पुजारी सूर्य कमल गोस्वामी ने मुख्य द्वार दोपहर को बंद कर दिया। सुबह पांच - पांच भक्तों को प्रवेश की अनुमति दी गई थी। मगर भीड़ अधिक होने पर कपाट बंद कर दिए गए। एसपी अमित कुमार ने मंदिर पहुंच कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मंदिर परिसर में लगने वाले मेले को भी भीड़ एकत्रित न करने के चलते रद्द कर दिया गया है।

मल्लावां के सुनासीर नाथ मंदिर के कपाट पुलिस व मंदिर कमेटी की सहमति से सोमवार को भीड़ अधिक होने के कारण बंद कर दिए गए। कोरोना वायरस की वजह से पुलिस व मंदिर कमेटी की बैठक में सावन माह में प्रत्येक दिन व प्रत्येक सोमवार में एक साथ पांच-पांच श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शन की सहमति बनी थी। मगर रविवार की शाम को ही भक्तों की भीड़ परिसर में एकत्रित होने लगी थी। जिस पर कमेटी की सहमति के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए।

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