सामंजस्य से मौके की जांच कर विवादों का निराकरण कराएं: एसपी

-पुलिस अधीक्षक ने सुरसा और टड़ियावां में समाधान दिवस की अध्यक्षता की -टड़ियावां में 16 में तीन का मौके पर किया निस्तारण

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 10:44 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 10:44 PM (IST)
सामंजस्य से मौके की जांच कर विवादों का निराकरण कराएं: एसपी
सामंजस्य से मौके की जांच कर विवादों का निराकरण कराएं: एसपी

हरदोई : शनिवार को हुए थाना समाधान दिवस में पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने थाना सुरसा और टड़ियावां में समाधान दिवस की अध्यक्षता की। फरियादियों की समस्याओं को सुना और टीम बनाकर जांच व कार्रवाई के प्रति फरियादियों को आश्वस्त किया।

पुलिस अधीक्षक ने सुरसा में थाना समाधान में फरियादियों की शिकायातें को सुना और संबंधित को जांच व आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। कहा कि राजस्व व व पुलिस विभाग सामंजस्य से भूमि विवादों को सुलझाए। टड़ियावां में पुलिस अधीक्षक ने अध्यक्षता करते हुए शिकायतों को सुना। 16 फरियादियों की शिकायतें दर्ज की गईं, जिसमें से तीन का मौके पर ही निराकरण किया गया। थाना समाधान दिवस में प्रभारी निरीक्षक वकील सिंह यादव, नायब तहसीलदार विष्णुदत्त मिश्रा मौजूद रहे।थाना अतरौली में प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश कुमार मिश्र ने शिकायतों को सुना। 45 शिकायतें आई, तीन का निस्तारण किया गया। बघौली में थानाध्यक्ष सोमपाल गंगवार ने शिकायतों को सुना और 11 आईं, चार का निराकरण मौके पर किया गया। पिहानी कोतवाली में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट कपिल देव ने शिकायतें सुनी। कुल 10 शिकायतें आई, जिनमें से राम ललित चांदपुर रैगाई घूरा हटाने, रामचंद्र मवैया भूमिपैमाइश, शिवरतन प्लाट की पैमाइश, विमलेश अकोहरा, प्रमोद कुमार धोबिया, राजेश कुमार मंसूर नगर, की भूमि विवाद को लेकर शिकायती प्रार्थना पत्र कोतवाली समाधान दिवस में दिया।

आडिट के लिए चार ब्लाकों ने पंचायतों के अभिलेख नहीं दिए- हरदोई : ग्राम पंचायतों के अभिलेखों के आडिट में जिम्मेदारों की मनमानी दिखाई दे रही है। चार विकास खंडों ने आडिट के लिए ग्राम पंचायत के अभिलेख मांगे जाने के बाद भी उपलब्ध नहीं कराए हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने नाराजगी जाहिर की है। एडीओ (सहायक विकास अधिकारी पंचायत) को संबंधित पंचायत सचिव के माध्यम से अभिलेख उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी है।

पंचायतों की ओर से विभिन्न मदों से खर्च की जाने वाली राशि के लेखा परीक्षा की व्यवस्था दी गई है। जिला लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियां एवं पंचायतें को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। लेखा परीक्षा के लिए ग्राम पंचायतों के अभिलेख उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी पंचायत सचिवों की है। जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि विकास खंड बावन, शाहाबाद, हरियावां और बेंहदर की ग्राम पंचायतों के आनलाइन आडिट के लिए अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। अभिलेख उपलब्ध न कराए जाने से ग्राम पंचायतों के खर्च की जांच-पड़ताल नहीं हो पा रही है।

बताया कि चारों विकास खंड के एडीओ से कहा गया है कि संबंधित पंचायत सचिव के माध्यम से आडिट के लिए आनलाइन अभिलेख उपलब्ध कराएं, ताकि समय से आडिट हो सके, वहीं एडीओ से कहा गया है कि समय से अभिलेख न देने वाले पंचायत सचिव की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिन कार्यों व खर्चों के वाउचर उपलब्ध नहीं होंगे उन पर खर्च राशि की वसूली प्रधान व पंचायत सचिव से कराई जाएगी।

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