देश को बार्डर से अधिक आंतरिक सुरक्षा से खतरा

- शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष सिंह गौर की प्रतिमा का अनावरण - अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट 1994 में हुए थे शहीद

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 10:32 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 10:32 PM (IST)
देश को बार्डर से अधिक आंतरिक सुरक्षा से खतरा
देश को बार्डर से अधिक आंतरिक सुरक्षा से खतरा

हरदोई : शहर में अशोक चक्र से सम्मानित शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष सिंह के नाम से बने पार्क में उनकी प्रतिमा का सोमवार को ब्रिगेडियर हरबीर सिंह और जिलाधिकारी ने अनावरण किया।

इस मौके पर ब्रिगेडियर हरबीर सिंह ने कहा कि राष्ट्र रक्षा में देश की सैन्य शक्ति मुस्तैदी से खड़ी है। देश प्रेम का भाव एवं सेना के प्रति सम्मान सैनिकों को पराक्रम के लिए प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि देश को बार्डर से अधिक आंतरिक सुरक्षा से खतरा है। इससे निपटने के लिए देश के हर नागरिक को एक साथ आना होगा।

जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल ओपी मिश्रा ने अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष सिंह गौर के विषय में बताया कि 29 नवंबर 1994 को जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के बाजीपुरा गांव में 4 आतंकवादियों को मार गिराने के बाद कर्नल वीरगति का प्राप्त हो गए थे। उनको 26 जनवरी 1995 को अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। प्रदेश में यह गौरव केवल चार लोगों को प्राप्त हुआ है। नगर पालिका अध्यक्ष सुख सागर मिश्र ने कहा कि शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष सिंह गौर की शहादत पर जिले वासियों को गर्व है। संचालन महेश मिश्र ने किया। दस बिहार रेजीमेंट के नायब सूबेदार अजीत एक्का, दिलीप कुमार, सुभाष, अशोक कुमार अग्निहोत्री, कमलेश पाठक,अनिल सिंह वीरू, पारूल दीक्षित आदि लोग मौजूद रहे।

आकर्षण काकेंद्र रही सिक्ख रेजीमेंट की टुकड़ी : समारोह में सिख लाई सेंटर फतेहगढ़ की सैनिक टुकड़ी ने आकर बिगुल बजाकर शहीद को सलामी दी, बिगुल ध्वनि तथा सैन्य कड़ी की ड्रिल ने समारोह में चार चांद लगा दिए।

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