सीएचसी में जच्चा-बच्चा की मौत, हंगामा

मार्ग जाम की आशंका के चलते पुलिस गांव पहुंच गई और शवों का अंतिम संस्कार करा दिया

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 11:03 PM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 11:03 PM (IST)
सीएचसी में जच्चा-बच्चा की मौत, हंगामा
सीएचसी में जच्चा-बच्चा की मौत, हंगामा

कोथावां (हरदोई): सीएचसी पर जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। गुस्साए स्वजन ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर मामला शांत कराया। मार्ग जाम की आशंका के चलते पुलिस गांव पहुंच गई और शवों का अंतिम संस्कार करा दिया।

बेनीगंज क्षेत्र के ग्राम बरगदिया निवासी प्रीती गर्भवती थी। पति दीपचंद्र ने बताया कि मंगलवार शाम को प्रीती को प्रसव पीड़ा हुई और कोथावां सीएचसी में भर्ती कराया। बुधवार सुबह प्रीती ने बेटे को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद बेटे ने दम तोड़ दिया। बेटे की मौत के बाद प्रीती की हालत बिगड़ने लगी और सीएचसी के डाक्टर ने उसे जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया। सभी लोग उसे अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस से लेकर सीएचसी से निकले, लेकिन उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। देखते ही देखते मौके पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई और हंगामा होने लगा। जच्चा-बच्चा की मौत की जानकारी पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया।

बुखार का बढ़ा प्रकोप, अस्पताल के पीकू वार्ड में बेड फुल

- हरदोई : बारिश से होने वाली संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। इसकी गिरफ्त में अधिकतर बच्चे आ रहे हैं। हालात यह है कि जिला अस्पताल का पीडियाट्रिक (पीकू) वार्ड के सभी बेड बुखार, निमोनिया से पीड़ितों की वजह से फुल हो गए हैं, जब बेड नहीं होते हैं तो बच्चों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया जाता है।

जिला अस्पताल के पीकू वार्ड की पड़ताल में पाया गया कि बच्चों में संक्रामक बीमारी का हमला तेज है। वार्ड में हर बेड पर बुखार, निमोनिया से ग्रसित मरीज भर्ती हैं। लगातार चिकित्सक उनकी देखरेख और इलाज कर रहे हैं। डाक्टर एसपी सिंह का कहना है कि यह मौसम का असर है। इसमें जरा सी लापरवाही बच्चों की जिदगी पर भारी पड़ सकती है। वायरल बुखार एक सप्ताह तक रहता है, लापरवाही बच्चे के लिए नुकसानदेह हो सकती है। इसे अनदेखा न किया जाए। इस संबंध में सीएमएस डा. जेएन तिवारी ने बताया कि अस्पताल में आने वाले हर मरीज का बेहतर इलाज किया जा रहा है।

हर दिन भर्ती हो रहे तीन से चार बच्चे : बुधवार को टड़ियावां के ग्राम निबुआई निवासी सुशीला, बिलग्राम के ग्राम रामपुर मझियारा निवासी अरुन कुमार, बेहटागोकुल के ग्राम बेहटाधीरा निवासी डिपल, बघौली के बरखेरवा निवासी अंश को बुखार से पीड़ित होने पर भर्ती किया गया।

chat bot
आपका साथी