मुंह पके और लार आए तो तुरंत पशु का परीक्षण कराएं

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जेएन पांडेय ने बुधवार को यह बातें दैनिक जागरण कार्यालय में प्रश्न पहर में पाठकों के प्रश्नों को सुनने के बाद उत्तर में कहीं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 11:13 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 11:13 PM (IST)
मुंह पके और लार आए तो तुरंत पशु का परीक्षण कराएं
मुंह पके और लार आए तो तुरंत पशु का परीक्षण कराएं

हरदोई : सर्दी से बचाव के लिए पशुओं को भरपेट चारा-दाना अवश्य दें। खुर और मुंह पके हों व मुंह से लार आने के लक्षण दिखे तो निकट के पशु चिकित्सालय में पशु का अवश्य दिखाएं और चिकित्सक अनुसार ही दवाओं का उपयोग करें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जेएन पांडेय ने बुधवार को यह बातें दैनिक जागरण कार्यालय में प्रश्न पहर में पाठकों के प्रश्नों को सुनने के बाद उत्तर में कहीं। उन्होंने कहा कि गोवंश संरक्षण के लिए जिले में 107 पशु आश्रयस्थल और वृहद गो-संरक्षण संरक्षण केंद्र संचालित हैं, जिनमें करीब 15000 से अधिक गोवंश संरक्षित किए गए हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बड़ी संख्या में पाठकों के प्रश्न सुनें और उनके उत्तर दिए।

: दो गोवंश आपस में लड़ गए थे, एक गाय के पैर में चोट आई है और घाव ठीक नहीं हो रहा है, क्या दवा दें? रामू मिश्रा, बाबा मंदिर, हरदोई

: घाव पर ऐसे कोई दवा न लगाएं। सदर पशु चिकित्सालय से गोवंश के घाव की ड्रेसिग करा लें और दवाएं प्राप्त कर लें। उनका सेवन कराने से गोवंश जल्द स्वस्थ हो जाएगा। : भैंस की आंखों से आंसू आ रहे हैं और मुंह से लार टपकती रहती है, कोई दवा बता दीजिए? वीर सिंह अटवा अलीमर्दानपुर, माधौगंज

: सर्दियों में आंखों से आंसू और लार टपकना गंभीर बीमारी के भी लक्षण हो सकते हैं। पशु चिकित्साधिकारी से संपर्क कर बीमार पशु का परीक्षण करा लें। चिकित्साधिकारी की ओर से बताई दवाओं का ही सेवन कराएं। : भैंस के एक थन से दूध नहीं आता है, कोई दवा व उपाय बताएं? सोमेंद्र कुमार सिंह, लोनार

: भैंस के तीन थन में दूध आना और एक थन से दूध न आने की बिना जांच के कोई दवा प्रस्तावित नहीं की जा सकती है। भैंस को जांच के लिए निकट के पशु चिकित्सालय पर लें आएं। जांच के बाद दवा और उपाय बताए जा सकते हैं। : लोग गोवंश को छुट्टा छोड़ देते हैं, क्या कोई कार्रवाई हो सकती है? सौम्या गुप्ता, अशराफ टोला हरदोई

: निराश्रित और पालतु गोवंश के टैग लगाए जा रहे हैं, ताकि पालतु गोवंश की पहचान की जा सके। छुट्टा गोवंश पाए जाने पर निकाय की मदद से उन्हें पकड़ कर पशु आश्रयस्थल भिजवाया जाता है। पशुपालक के आने पर जुर्माना वसूल किया जा रहा है। गोवंश छुट्टा दिखते हैं तो संबंधित निकाय को जानकारी दें।

: पशुओं को सर्दी और बीमारी से बचाव के लिए क्या उपाय अपनाएं? हनीफ, विष्णुपरी हरदोई

: पशुओं को सर्दी और बीमारी से बचाव के लिए भरपेट चारा-दाना दें। गुड़ नियमित खिलाएं और पानी ताजा व साफ ही पिलाएं। रात का और रखा हुआ पानी न पिलाएं।

: गोवंश चारा का कम सेवन कर रही है, पेट में कीड़ा होने की आशंका है, क्या दवा दें? अंजू तोमर, अशराफ टोला

: गोवंश ही नहीं सभी पशुओं को कीड़ा मारने की दवा सरकारी पशु चिकित्सालयों पर निश्शुल्क उपलब्ध है। चिकित्सालय से दवा प्राप्त कर गोवंश को सेवन करा दें, ताकि कीड़ा की बीमारी से गोवंश को छुटकारा मिल सके।

: गांव में निराश्रित गोवंश होने के कारण फसलों को नुकसान हो रहा है, कैसे संरक्षित कराया जाए? राजेश कुमार, नयागांव

: निराश्रित गोवंश को संरक्षित किए जाने के लिए पशु आश्रयस्थल और वृहद गो-संरक्षण केंद्र संचालित कराए जा रहे हैं। गांव के निराश्रित गोवंश को निकट के पशु आश्रयस्थल में प्रधान व ग्रामीणों की मदद से संरक्षित करा दें।

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