तस्वीरें खोल रहीं आंकड़ेबाजी की पोल

-हकीकत में अधूरे आवास की साफ्टवेयर पर अपलोड की फर्जी फोटो

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 10:17 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 10:17 PM (IST)
तस्वीरें खोल रहीं आंकड़ेबाजी की पोल
तस्वीरें खोल रहीं आंकड़ेबाजी की पोल

हरियावां (हरदोई): हकीकत एक: हरियावां क्षेत्र के पुरवा हफीज्जुद्दीनपुर में संतोष कुमारी को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में आवास मिला था। उसकी अभी छत पूरी नहीं हो पाई है। बुधवार को संतोष कुमारी ने अपने अधूरे आवास के बाहर खड़े होकर खुद जानकारी दी।

हकीकत दो: हरियावां क्षेत्र के पुरवा हफीज्जुद्दीनपुर में संतोष कुमारी को जो आवास दिया गया था, उसकी छत भले ही अभी बनी नहीं है, लेकिन आवास सॉफ्टवेयर में वह पूर्ण दिखाया गया है और इतना ही नहीं संतोष कुमारी की पूर्ण आवास के बाहर फोटो अपलोड कर दी गई।

हकीकत आंकड़ों की पोल खोलती है। कागज में कुछ भी हो, लेकिन तस्वीर कभी झूठ नहीं बोलती। खबर में शामिल दोनों तस्वीर ही विभागीय खेल की गवाही दे रही हैं। क्षेत्र के पुरवा हफीज्जुद्दीनपुर में संतोष कुमारी का आवास अभी पूरा नहीं हो पाया है, लेकिन आवास साफ्टवेयर में न केवल आवास के पूर्ण होने की फोटो डाल दी गई बल्कि संतोष कुमारी को आवास के बाहर खड़ा भी दिखाया गया है। यह तो एक बानगी है, न जाने कितने ऐसे अन्य गांवों में ऐसा होगा।

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में वर्ष 2020-21 में संतोष कुमारी को आवास मिला था, जिसकी उन्हें तीनों किस्त 40, 70 और 10 हजार रुपये दी जा चुकी है, हालांकि उसके बाद भी आवास पूरा नहीं हो पाया है और अभी छत पड़नी है। विभाग ने तो पूरी किस्तें दे दीं और उनका किसने क्या किया यह तो जांच की बात है, लेकिन गुमराह कर हकीकत छिपाने के लिए संतोष कुमारी के आवास की फर्जी फोटो साफ्टवेयर पर अपलोड कर दी गई। हकीकत में अधूरे आवास और अपलोड की गई फोटो बुधवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगी। खंड विकास अधिकारी रचना गुप्ता ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है वह जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेंगी।

जानकारी नहीं, अभी कुछ दिन पहले ही बहाल हुए हैं

-पंचायात सचिव कमलेश कुमार का कहना है कि आवास पुराना है और तीनों किस्तें दी जा चुकी हैं, उसे अधूरा नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि वह तो अभी आए हैं, फोटो उन्होंने नहीं उनसे पहले ही अपलोड की गई हैं। आवास निर्माण में लाभार्थी के खुद काम करने पर उसे कितना भुगतान दिया जाता है, की बात पर बोले, उन्हें जानकारी नहीं है, अभी ही कुछ दिन पहले बहाल हुए हैं।

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