आंकड़ों में मान रहे जीत, लेकिन भितरघात से डर रहे प्रत्याशी

-गांवों में चल रही हार-जीत पर चर्चाएं -किस्मत के भरोसे जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 11:39 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 11:39 PM (IST)
आंकड़ों में मान रहे जीत, लेकिन भितरघात से डर रहे प्रत्याशी
आंकड़ों में मान रहे जीत, लेकिन भितरघात से डर रहे प्रत्याशी

हरदोई: पंचायत चुनाव की मतगणना को भले ही अभी कई दिन हैं, लेकिन गांवों में प्रत्याशी अपना हिसाब किताब निकाले बैठे हैं। प्रधानी का हर प्रत्याशी एक-एक वोट जोड़े बैठा है। जहां बहुत से प्रत्याशियों को भितरघात का भय सता रहा है। वहीं अधिकांश स्थानों पर एक ही बात, अगर नहीं दिया धोखा तो जीत पक्की कह रहा है। बीडीसी प्रत्याशी शांत हैं, जो जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी किस्मत के भरोसे हैं।

पंचायत चुनाव में एक एक वोट के लिए मारा मारी रहती है। प्रधानी के चुनाव में तो हर प्रत्याशी चाहता है कि मतदाता खुलकर साथ आए और खुलकर आते भी हैं, लेकिन अधिकांश कहीं न कहीं दूसरे प्रत्याशी से भी रिश्ते बना लेते। सुबह एक प्रत्याशी की चौपाल पर देखे जाते तो रात को दूसरे के घर से निकलते दिखते। एक नहीं अधिकांश गांवों में ऐसा ही होता है और प्रत्याशी इसी से मिले वोटों का आंकलन नहीं कर पाते हैं। गुरुवार को मतदान के बाद हर प्रत्याशी या उसका समर्थक मतदाता सूची लिए एक एक वोट का हिसाब लगा रहा है। जिन पर शक है उनसे सबूत लिया जा रहा है और उसी के आधार पर प्रत्याशी हार-जीत का हिसाब लगा रहे हैं, हां यह जरूर कहते हैं कि जिन्होंने कहा सभी ने वोट दिया तो जीत पक्की। दूसरी तरफ बीडीसी प्रत्याशी अपना चुपचाप हिसाब लगा रहे हैं, जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी सभी से अलग हैं। अधिकांश प्रत्याशी तो सभी गांव पहुंच भी नहीं पाए ऐसे में जिसने जिसे चाहा उसके चुनाव निशान पर मुहर लगा दी, अधिकांश में यही हुआ है और ऐसे में वह किस्मत के भरोसे हैं।

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