एक-एक वोट का हिसाब लगा रहे प्रत्याशी

-फीसद से हिसाब लगाते रहे प्रत्याशी -मतदाता सूची से कर रहे मिलान

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 11:16 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:16 PM (IST)
एक-एक वोट का हिसाब लगा रहे प्रत्याशी
एक-एक वोट का हिसाब लगा रहे प्रत्याशी

हरदोई: वह तो खुलकर साथ था, वोट तो दिया ही होगा, हां वह चुप रहा, मना भी नहीं किया था। हां उसका लड़का जरूर, उनके बस्ते पर दिखा था, लगता है कि वोट बट गए। सूची में 10 वोट थे, अब कुछ तो मिले होंगे। मतदान के बाद गुरुवार को प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाता सूची लेकर कुछ इसी तरह से एक-एक वोट का हिसाब लगाते नजर आए।

पंचायत चुनाव में आधे से अधिक मतदाता खुलकर सामने नहीं आते हैं। प्रधानी में तो ज्यादातर लोग ऐसा ही करते हैं, जिसके चलते प्रत्याशी मतदाताओं का रुख नहीं भांप पाते। हालांकि रैली और जनसंपर्क में बहुतों को खोलने का प्रयास किया लेकिन मतदाता खुलकर नहीं आए। गुरुवार को मतदान हो गया और मतदान के फीसद से अब मतदाता सूची के हिसाब से वोटों का मिलान किया जा रहा है। शुक्रवार को हर प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ चौपाल पर मिलान करता ही नजर आया। कोई अपनी सेटिग के बल पर जीत का दावा कर रहा था तो कोई व्यवहार की बदौलत। हालांकि ऐसे भी मामले सामने आए जिसमें आर्थिक मदद कर वोट देने की बात कही थी वह उसकी बदौलत अपने समीकरण लगा रहे हैं। वैसे तो सभी प्रत्याशी यही कर रहे हैं लेकिन प्रधानी में ज्यादा हो रहा है।

'प्रत्याशी' का बिना नाम लिए जीत हार की चर्चा कर रहे 'मतदाता': हरदोई: मतदान के बाद अब गांव-गांव जीत हार पर चर्चाएं हो रही हैं। प्रत्याशियों का जिन्होंने खुलकर समर्थन किया वह अपने प्रत्याशी को ही जिता रहे हैं, लेकिन जो चुनाव प्रचार के दौरान नहीं खुले और चुपचाप मतदान कर आए हैं वह प्रत्याशी का बिना नाम लिए जीत हार पर चर्चा कर रहे हैं। खुलकर तो नहीं बोलते लेकिन माहौल माहौल में अपने मन की बात भी बता देते।

महीनों के चुनावी घमासान के बाद शुक्रवार को गांवों में सन्नाटा रहा, चुनावी प्रचार तो नहीं दिखा लेकिन हर व्यक्ति चुनावी चर्चा जरूर करते दिखा। जो जहां बैठा जीत हार पर ही बात करता। कोई जाति के हिसाब से गणित लगाता तो कोई संबंधों पर वोट मिलने की बात कहता। चर्चा के बीच कुछ लोग बिना बहस के अपनी बात समझा देते। शुक्रवार को पूरे दिन ऐसा ही देखने को मिला।

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