जीका वायरस से निपटने की नहीं है कोई तैयारी
-जांच किट तक नहीं कराई गई उपलब्ध
हरदोई : जीका वायरस ने कानपुर के साथ ही पड़ोसी कन्नौज और लखनऊ में भी दस्तक दे दी है। सरकार ने जीका वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है, लेकिन इससे निपटने की अभी तक कोई तैयारी नहीं है। स्वास्थ्य कर्मी जीका वायरस से ही अनजान हैं।
डेंगू और मलेरिया के बीच जीका वायरस ने आसपास के जिलों में दस्तक दी है। अस्पताल में आने वाले मरीजों की मलेरिया और डेंगू की जांच ही कराई जा रही है। अस्पताल में जीका वायरस की जांच के लिए किट भी नहीं है। अस्पताल में जांच की व्यवस्था ही नहीं है तो, इलाज की क्या व्यवस्था होगी। सीएमओ डा. सूर्यमणि त्रिपाठी ने बताया कि जीका वायरस की जांच लखनऊ में होती है। अगर किसी मरीज में लक्षण नजर आते हैं तो उनकी जांच कर कराई जाएगी। एडीज मच्छर से फैलती बीमारी : जीका वायरस का संक्रमण भी मच्छरों के जरिए ही फैलता है। डेंगू, चिकनगुनिया के संवाहक एडीज प्रजाति के मच्छर हैं, जिनके काटने से बीमारियों के वायरस शरीर में प्रवेश कर संक्रमण फैलाते हैं। इनमें एडीज एब्लोपिक्टस और एडीज एजेप्टी नामक मच्छर अधिक घातक हैं। जब यह मच्छर जीका वायरस से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो मच्छर भी संक्रमित हो जाता है, उसके बाद जिस भी व्यक्ति को मच्छर काटता है वह संक्रमित हो जाता है।
एंटी लार्वा व ब्लीचिग पाउडर का कराया छिड़काव
-हरदोई : नगर पालिका प्रशासन की ओर से शहर के मुहल्लों में अभियान चलाकर एंटीलार्वा, ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव कराया गया। अधिशासी अधिकारी ने मुहल्लों का निरीक्षण कर सफाईकर्मियों को दिशा-निर्देश दिए।
अधिशासी अधिकारी रविशंकर शुक्ला ने बाबा मंदिर, कृष्ण नगरिया, आवास विकास कालोनी, सुभाष नगर, रेलवेगंज का निरीक्षण किया। बताया कि जहां डेंगू मरीज हैं, वहां पर एंटीलार्वा व ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव कराया गया। उन्होंने सफाई नायकों को निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करें। तीन दिन के अंतराल पर दवाओं का छिड़काव कराएं। जलकल अभियंता चंद्रकांत, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन पुष्पेंद्र सिंह मौजूद रहे।