50 क्रय केंद्रों पर धान खरीद का श्रीगणेश नहीं

- 41 क्रय केंद्रों पर खरीदा गया सिर्फ 213.79 मीट्रिक टन धान

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:19 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 10:19 PM (IST)
50 क्रय केंद्रों पर धान खरीद का श्रीगणेश नहीं
50 क्रय केंद्रों पर धान खरीद का श्रीगणेश नहीं

हरदोई : सरकारी धान खरीद की रफ्तार नहीं बढ़ पा रही है। 24 दिन बीतने के बावजूद 50 सरकारी केंद्रों पर धान खरीद का श्रीगणेश तक नहीं हो पाया है। 41 क्रय केंद्रों पर खरीद की शुरुआत हुई है, लेकिन खरीद की रफ्तार सुस्त है। विभागीय आंकड़ों में इन केंद्रों पर अब तक 213.79 मीट्रिक टन धान खरीद हो पाई है।

शासन ने जनपद को दो लाख 35 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य आवंटित किया है। लक्ष्य पूरा करने को लेकर जिला प्रशासन ने क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 91 कर दी है। पहले 54 क्रय केंद्र खोले गए थे। जिला प्रशासन ने भले ही धान खरीद केंद्रों की संख्या में वृद्धि कर दी हो, लेकिन सभी केंद्रों पर धान खरीद की शुरुआत नहीं हो पाई है। जिन केंद्रों पर धान खरीद की जा रही है, वहां पर प्रभारी मनमानी कर रहे हैं। किसानों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। किसानों का कहना है कि मानक के अनुरूप धान होने के बावजूद किसानों को वापस किया जा रहा है, जिससे किसान परेशान है।

क्रय एजेंसीवार स्थिति एक नजर में

क्रय एजेंसी - क्रय केंद्र - केंद्रों पर धान खरीद की शुरुआत हुई

विपणन शाखा - 30 - 08

एफसीआई - 03 - 01

पीसीएफ - 24 - 14

यूपी पीसीयू - 25 - 13

यूपीएसएस - 05 - 03

मंडी परिषद - 06 - 02

विकास योजनाओं का कार्य पारदर्शिता के साथ किया जाए-शाहाबाद : विकास खंड सभागार में प्रधानों के प्रशिक्षण में लखनऊ से आए प्रशिक्षक डा. शकील ने प्रधानों को कार्यों की बारीकियां समझाई। उन्होंने कहा कि विकास कार्य में पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाए।

उन्होंने बताया कि नाली-खड़ंजा, इंटरलॉकिग कराना ही विकास नहीं है, गांव में योजनाओं का पारदर्शी संचालन हो, योजनाओं की विस्तृत चर्चा हो यह भी विकास की एक कड़ी है। उन्होंने कहा जब जनसमुदाय तक योजनाओं की जानकारी होगी, तो गांव को विकसित करने में आने वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रशिक्षक उमेश त्रिपाठी ने प्रधानों से कहा कि अब हम सबको मिलकर जल संरक्षण, पर्यावरण, स्वास्थ्य के मुद्दे पर मिलकर काम करना पड़ेगा। जिसके लिए ग्राम पंचायतें राज्य वित्त 15 वां वित्त और मनरेगा के माध्यम से काम कराएं और ग्राम पंचायतों को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करें। सहायक विकास अधिकारी पंचायत नितांत रस्तोगी ने कहा कि जानकारी का अभाव भी विकास से दूर रखता है, इसलिए सभी प्रधानों को विकास कार्यों तथा योजनाओं के बारे में जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। जिला समन्वयक शील दीक्षित, अनुराग सिंह, रानी शुक्ला एवं प्रधान मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी