डाक्टर और नर्स की संख्या बढ़े तो सुधरेगी अस्पताल की दशा

हरदोई कोरोना संक्रमण की तीसरी वेब से निपटने की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। जिले

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:26 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:26 PM (IST)
डाक्टर और नर्स की संख्या बढ़े तो सुधरेगी अस्पताल की दशा
डाक्टर और नर्स की संख्या बढ़े तो सुधरेगी अस्पताल की दशा

हरदोई : कोरोना संक्रमण की तीसरी वेब से निपटने की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। जिले में गंभीर संक्रमित के इलाज के लिए जरूरी संसाधन तो जुटा लिए गए हैं और कुछ जल्द ही उपलब्ध हो जाएंगे, लेकिन मैनपॉवर की कमी के चलते सारे संसाधन शोपीस से कम नहीं हैं। मैनपॉवर की कमी को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास में लगा हुआ है।

कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर असर होने की आशंका जताई जा रही है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बच्चों के बेहतर इलाज के लिए तैयारियों में लग गया है। बच्चों के लिए अस्पताल के पीकू वार्ड में दस, सर्जिकल वार्ड में 40 बेड का आईसीयू और महिला अस्पताल में दस बेड का आक्सीजन युक्त वार्ड बनाया जा रहा है। इसके अलावा जिले में लगभग 300 बड़े मरीजों के लिए आक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है। इतने व्यापक स्तर पर स्वास्थ्य विभाग इलाज के लिए संसाधन तो जुटा रहा है, लेकिन मरीजों की देखभाल के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक, स्टाफ नर्स, टेक्नीशियन, हेल्थ वर्कर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की कमी आड़े आ रही है। स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण ही मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पाता है। जिले के कोविड सेंटर में 33 वेंटिलेटर, अस्पताल के पीकू वार्ड में पांच वेंटिलेटर हैं। इसके अलावा दस एन छोटे वेंटिलेटर आ गए हैं और 21 जल्द ही आ जाएंगे। इनको चलाने के लिए एक भी टेक्नीशियन नहीं है। बोले जिम्मेदार : शासन को विशेषज्ञ चिकित्सक, स्टाफ नर्स, टेक्नीशियन, हेल्थ वर्कर की कमी से अवगत करा दिया गया है, जल्द ही इस कमी को दूर कर लिया जाएगा। जिलावासियों को धैर्य और संयम के साथ कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को भी हराना है। डॉ. सूर्यमणि त्रिपाठी, सीएमओ

ये होनी चाहिए व्यवस्था :

इमरजेंसी वार्ड : दस मरीजों पर एक चिकित्सक, छह मरीजों पर एक नर्स

आक्सीजन : छह मरीजों पर एक नर्स

आइसीयू : दस मरीजों पर एक चिकित्सक, एक मरीज पर एक नर्स

एसएनसीयू : दस मरीजों पर एक चिकित्सक, तीन मरीजों पर एक नर्स

एचडीयू : दस मरीजों पर एक चिकित्सक, दो मरीजों एक एक नर्स

सामान्य वार्ड : 15 मरीजों पर एक चिकित्सक, छह मरीजों पर एक नर्स

ये संसाधन जिले में हैं उपलब्ध :

वेंटिलेटर : 33

बच्चों के वेंटिलेटर : 05

छोटे वेंटिलेटर : 10

वार्मर : 02

ये संसाधन जल्द आ जाएंगे :

बच्चों के वेंटिलेटर : 21

वार्मर : 20

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