बारिश आ गई, शहर के नाले बजबजा रहे, बजट हजम
- पालिका प्रशासन का दावा 60 फीसद हो चुकी नालों की सफाई - तीन बड़े नालों की सफाई का कार्य भी अधूरा
हरदोई : नगर में सफाई व नाले आदि को लेकर 10 साल पहले जो हालात थे, वे आज भी बरकरार हैं। बरसात से पहले नाले तक साफ नहीं हो पाते। नतीजा शहर को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है। नगर पालिका में इसके लिए हर साल बजट का प्रावधान ही नहीं होता, बल्कि पूरा का पूरा खर्च भी हो जाता है और समस्या ज्यों की त्यों बनी है। इस बार भी नाले बजबजा रहे हैं और बारिश शुरू हो चुकी है। फिलहाल नागरिकों को इस बार भी जलजमाव की समस्या से निजात मिलती नहीं दिख रही है। नगर पालिका परिषद कराए जा रहे कार्यों और उनकी वास्तविकता की हकीकत बताती प्रस्तुत है खास रिपोर्ट :
पालिका प्रशासन का दावा है कि 60 फीसदी नालों की सफाई का कार्य पूरा करा लिया गया है। पांच बड़े नालों समेत 52 नालों पर शहरी क्षेत्र की जलनिकासी की व्यवस्था टिकी हुई है। पालिका प्रशासन ने पिहानी चुंगी से सीतापुर रोड होते हुए रेलवे लाइन तक, चंदीपुरवा से पेनीपुरवा होते हुए सरकुलर रोड तक और दान सिंह पुलिया से भट्टापुरवा तालाब तक नाला सफाई कार्य के लिए 32 लाख रुपये का टेंडर निकाला था, जिसका ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया। ठेकेदारों की मनमानी के चलते नाला सफाई कार्य देरी से शुरू हुआ। तीनों नालों का कार्य अभी तक अधूरा है। वहीं धर्मशाला चुंगी से धन्नूपुरवा तक व सांडी रोड स्थित श्रवण देवी मंदिर के पीछे से छुइया ड्रेन पुलिया तक, आवास विकास कालोनी, बड़ा चौराहा, सिनेमा रोड, डीएम चौराहा, धर्मशाला रोड, मुन्नेमियां चौराहा के निकट नाले की सफाई कार्य पूरा हो गया है।
ये हैं जलभराव वाले क्षेत्र : आवास विकास कालोनी, अशराफ टोला, विष्णुपुरी, बड़ा चौराहा, रामदत्त चौराहा, वैटगंज, रेलवेगंज, सुभाष नगर, कौशलपुरी, सरायथोक पश्चिमी, न्यू सिविल लाइन, कोयलबाग कालोनी आदि स्थानों पर जलनिकासी की व्यवस्था ठीक न होने से जलभराव होता है।
ईओ बोले : ईओ रविशंकर शुक्ला ने बताया कि नाला सफाई कार्य 60 फीसदी तक हो चुका है। 30 जून तक सभी नालों की सफाई का कार्य पूरा करा लिया जाएगा और शहर की जलनिकासी की व्यवस्था ठीक कर ली जाएगी।