नाले चोक, सफाई व्यवस्था रामभरोसे

शहर के 26 वार्डों में सफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त सफाईकर्मी व ठेकाकर्मियों की तैनाती है इसके बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त नहीं दिखाई देती

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 11:05 PM (IST)
नाले चोक, सफाई व्यवस्था रामभरोसे
नाले चोक, सफाई व्यवस्था रामभरोसे

हरदोई : नगर पालिका परिषद हरदोई प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन सही से किया होता, तो नेशनल व प्रदेश की रैंकिग में गिरावट न होती। हालात यह है कि शहर की साफ-सफाई व्यवस्था रामभरोसे है और नाले-नालियां चोक हैं।

शहर के 26 वार्डों में सफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त सफाईकर्मी व ठेकाकर्मियों की तैनाती है, इसके बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त नहीं दिखाई देती। पालीथिन का प्रयोग भी गंदगी का मुख्य कारण है। अधिकतर नाले व नालियां पालीथिन से पटी पड़ी है। मुख्य सड़कों के किनारे बने नाले व नालियों पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, जिससे इनकी सफाई होने में खानापूरी होती है।

जागरूकता की कमी के चलते गिरी रैंकिंग : स्थानीय लोगों के अनुसार नगर पालिका परिषद हरदोई की ओर से स्वच्छ सर्वेक्षण के दौरान जागरूकता अभियान चलाया था, इसके बावजूद अधिकतर लोग जागरूक नहीं हो पाए। इसके चलते नेशनल व प्रदेश की रैंकिग में गिरावट दर्ज की गई है। शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए जन सहभागिता जरूरी है। मुहल्लों में कूड़ेदान रखवाए जाने चाहिए। लोग कूड़ादान में कूड़ा डाले। कूड़े का नियमित उठान पालिका की ओर से कराया जाए। - राकेश रोशन सिंह नाला-नालियों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए और नाले व नालियों की नियमित सफाई कराई जाए। नाले व नालियों की सफाई होने से जलभराव की स्थिति नहीं होगी।

- दीपक गौड़ घंटाघर पर फुटपाथ पर बने कूड़ादान का नियमित कूड़ा न उठने से स्थानीय लोगों को दिक्कत होती है। कूड़ा पड़ा होने से दुर्गंध आती है।

- राजेश दीक्षित सफाई व्यवस्था में लगे कर्मचारियों पर सख्ती की जानी चाहिए, जिससे नियमित साफ-सफाई के साथ घरों से निकले कूड़े का उठान हो।

-अतुल मिश्रा

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