बढ़ रहा मरीजों का संकट, नहीं मिल रहीं एंबुलेंस
-गोद में तो कोई ई-रिक्शा से मरीजों को लेकर पहुंचे अस्पताल एंबुलेंस कर्मियों की जारी रही हड़ताल
हरदोई : जिला महिला अस्पताल पहुंचने के लिए गर्भवती महिलाएं और सड़क हादसे में घायल हुए मरीज दर्द से कराहते रहे और उनके स्वजन एंबुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली। इसके बाद परिवारजन मरीज को लेकर किसी तरह अस्पताल पहुंचे। यहां चिकित्सक ने हालत गंभीर होने पर लखनऊ ले जाने की सलाह तो स्वजन निजी एंबुलेंस से लेकर लखनऊ गए। 029एचआरडी-06
सीतापुर के नैमिषारण्य क्षेत्र के ग्राम मानपुर निवासी विजेंद्र सिंह बाइक से हरदोई आ रहे थे। टड़ियावां क्षेत्र के हरदोई-सीतापुर मार्ग पर शिवलालपुरवा के निकट सड़क हादसे में घायल हो गए। स्वजन उसे प्राइवेट वाहन से लेकर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के बाहर ही वाहन चालक ने घायल को उतार दिया। इसके बाद स्वजन उसे गोद में लेकर इमरजेंसी तक पहुंचे। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार किया और हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर कर दिया। स्वजन निजी एंबुलेंस से मरीज को ले गए। 029एचआरडी-07
सुरसा क्षेत्र के उदरा नेवलिया निवासी उदन बीमार थे। गुरुवार को हालत गंभीर होने पर स्वजन ने 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन फोन नहीं लगा। काफी देर तक फोन करने के बाद जब एंबुलेंस नहीं मिली तो स्वजन उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी में चिकित्सक ने ओपीडी में दिखाने के लिए कहा। स्वजन उन्हें लेकर ओपीडी गए, जहां पर चिकित्सक नहीं मिले। इसके बाद सीएमएस ने मरीज को भर्ती करने के निर्देश दिए। 029एचआरडी-08
शहर क्षेत्र के इदरीशगंज निवासी पप्पू लखनऊ रोड पर हादसे में घायल हो गए। राहगीरों ने हादसे की जानकारी स्वजन को दी, जिसके बाद स्वजन निजी एंबुलेंस से उन्हें लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी तक पहुंचे। चिकित्सक ने बताया कि पप्पू का पैर टूट गया है। प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें चिकित्सक ने भर्ती कर लिया।