डीएपी लेने पहुंचे सैकड़ों किसान, भीड़ संभालने में पुलिस के छूटे पसीने
हरदोई सरकारी दुकानों पर डीएपी पहुंचने पर किसानों की भीड़ लग गई। भीड़ को संभालने म
हरदोई : सरकारी दुकानों पर डीएपी पहुंचने पर किसानों की भीड़ लग गई। भीड़ को संभालने में पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए। अधिकारियों का कहना है कि जनपद में डीएपी की कमी नहीं है। प्रत्येक किसान को डीएपी उपलब्ध कराई जाएगी।
बेमौसम बारिश के बाद जनपद में आलू, सरसों के अलावा अन्य फसलों की बोआई गति पकड़ गई है। किसानों को डीएपी की जरूरत है। किसान डीएपी के लिए सरकारी दुकानों पर भटकने को मजबूर है। बुधवार को सिनेमा चौराहा स्थित सरकारी दुकान पर डीएपी आने की जानकारी मिलते ही किसानों की भीड़ लग गई। किसानों की भीड़ को संभालने के लिए प्रभारी को पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने किसानों को समझाकर लाइन लगवाई और डीएपी का वितरण कराया। कुछ यही हाल अधिकतर सरकारी खाद की दुकानों का रहा, जहां डीएपी मौजूद थी। वहां पर किसानों की लंबी कतारे देखने को मिली। बाराबंकी से आई एक हजार मीट्रिक टन डीएपी की रैक हरदोई : जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार साहू ने बताया कि बाराबंकी से आई एक हजार मीट्रिक टन डीएपी की रैक पहुंच गई है। जनपद में अब 4,800 मीट्रिक टन डीएपी का स्टाक हो गया है। जिलाधिकारी के प्रयास से इसी सप्ताह अलग-अलग कंपनियों द्वारा निजी क्षेत्र में 7,950 मैट्रिक टन डीएपी मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि सहकारी क्षेत्र की समितियां एवं केंद्र पर लगातार किसानों को जोतबही के आधार पर डीएपी उपलब्ध कराई जा रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि जिन खेतों मे जिप्सम का प्रयोग नहीं हआ है उनमें डीएपी के स्थान पर एनपीके प्रयोग को वरीयता दें, क्योकि डीएपी में मात्र नाइट्रोजन और फास्फोरस होता है जबकि एनपीके अधिक संतुलित होता है। एनपीके में नाइट्रोजन, फास्फोरस के साथ-साथ पोटाश और सल्फर होता है। यह आलू और सरसों के उत्पादन में सहायक है।