विदेशों तक पहुंची गांव के रेडीमेड कपड़ों की धमक

उपेंद्र अग्निहोत्री हरदोई कभी फैक्ट्री के कर्मचारी अतीक अहमद खान आज फैक्ट्री के मालिक ह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 10:23 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 10:23 PM (IST)
विदेशों तक पहुंची गांव के रेडीमेड कपड़ों की धमक
विदेशों तक पहुंची गांव के रेडीमेड कपड़ों की धमक

उपेंद्र अग्निहोत्री, हरदोई: कभी फैक्ट्री के कर्मचारी अतीक अहमद खान आज फैक्ट्री के मालिक हैं। गांव में ही शुरू की गई उनकी रेडीमेड मैन्यूफैक्चरिग यूनिट की विदेशों तक धाक है। 10 लाख से काम की शुरुआत करने वाले अतीक अहमद खान करोड़ों का कारोबार कर रहे हैं।

बिलग्राम क्षेत्र के दीवाली गांव निवासी अतीक अहमद खान बताते हैं इंटरमीडियट की पढ़ाई करने के बाद वर्ष 1989 में गुजरात चले गए। टेक्सटाइल कंपनी में सुपरवाइजर की नौकरी से शुरुआत कर कई कंपनियों में रहे। एक कंपनी ने वर्ष 2002 में टेक्सटाइल ट्रेनिग के लिए जर्मनी भेजा गया। वहां पर दो साल की ट्रेनिग पूरी करने के बाद गुजरात वापस आए और उसी कंपनी में नौकरी की। फिर वर्ष 2007 में गांव में खुद की मैन्यूफैक्चरिग यूनिट लगाने और स्थानीय लोगों को रोजगार देने का सपना देखा था, जो वर्ष 2008 में पूरा हो गया। शुरुआत में दुबई की एक कंपनी से जुड़े। कंपनी को बच्चों के कपड़े, पुरुषों के लोवर, टीशर्ट, गर्म कपड़े, महिलाओं के लोवर, टीशर्ट, गाउन व कुर्ती की सप्लाई की। अब कंपनी में तैयार रेडीमेड कपड़े साउथ अफ्रीका, लंदन व यूके सप्लाई हो रहे हैं। 80 फीसद कारोबार विदेश से करते हैं, जबकि 20 फीसद कारोबार गुजरात व मुंबई में करते हैं। कारोबार बढ़ाने को 15 लाख रुपये का लिया लोन : अतीक अहमद खान बताते हैं उद्योग केंद्र से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत 15 लाख रुपये का बैंक से ऋण लिया है। कोविड 19 के चलते कारोबार पर कुछ असर पड़ा है। इसके बावजूद प्रति वर्ष आठ से 10 करोड़ रुपये का टर्नओवर होता है। सीजन पर 60 से 65 स्थानीय लोगों को मिलता रोजगार : सर्दी व गर्मी के दौरान रेडीमेड कपड़ों का कारोबार बढ़ जाता है, तो श्रमिकों की संख्या बढ़ानी पड़ती है। सीजन पर 60 से 65 स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है। वहीं सीजन न होने पर भी 20 से 25 स्थानीय लोग काम करते रहते हैं, इनमें सिलाई करने वाले कारीगर, पैकिग के लिए श्रमिक शामिल हैं। अधिकारी बोले ..

जिले की कई इकाइयां रेडीमेड कारोबार बड़े स्तर पर कर सकती है। रेडीमेड कारोबार को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। एक जनपद एक उत्पाद अंतर्गत हथकरघा के साथ रेडीमेड को शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव की जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। - संजय कुमार, उपायुक्त, उद्योग केंद्र

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