निकायों के एमआरएफसी की जांची जाएगी गुणवत्ता
हरदोई नगरीय निकायों में निर्मित कराए जा रहे एमआरएफसी (मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी से
हरदोई: नगरीय निकायों में निर्मित कराए जा रहे एमआरएफसी (मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी सेंटर) के सिविल वर्क की गुणवत्ता की नियमित जांच की प्रशासन ने व्यवस्था दी है। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन नगरीय के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी के तहत 13 नगरीय निकायों में से 11 निकायों में कार्यदायी संस्था ने सिविल निर्माण शुरू करा दिया है। सिविल वर्क की जिम्मेदारी शासन ने सीएंडडीएस को सौंपी है। निकायों को इसके लिए भूमि की उपलब्ध कराई गई है।
बताया कि एक एमआरएफसी के निर्माण के लिए 64 लाख रुपये की स्वीकृति शासन ने दी है। शासन ने निकायों के माध्यम से कार्यदायी संस्था को सीधे राशि दी है। बताया कि सिविल वर्क की गुणवत्ता की नियमित जांच के लिए एडीएम संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है, जिसमें सदस्य के रूप में संबंधित निकाय के उप जिलाधिकारी, संबंधित निकाय के अधिशासी अभियंता, सीएंडडीएस यूनिट-53 उप्र जल निगम के परियोजना प्रबंधक एवं निकाय के अधिशासी अधिकारी को सदस्य नामित किया गया है। जांच आख्या फोटो सहित उपलब्ध कराएंगे।
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किसानों को विभागीय योजनाओं के बारे में बताया
हरदोई : माधौगंज ब्लाक परिसर में किसान मेला व प्रदर्शनी कार्यक्रम में मंगलवार को विधायक आशीष सिंह आशू ने परिसर में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने सरकार की ओर से किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया।
उप निदेशक कृषि नंदकिशोर ने कहा कि जागरूक किसान अच्छी फसल उत्पादन कर आमदनी कर लेता है। उन्होंने कृषि विभाग की योजनाओं, पराली के बदले खाद मिलने व वातावरण दूषित होने से बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बीडीओ नरोत्तम कुमार, राजकीय बीज भंडार के डा. सुशील कुमार, एडीओ सुरेंद्र सिंह, मनोज कुमार मौजूद रहे। संडीला तहसील सभागार में आयोजित बैठक में एसडीएम मनोज कुमार श्रीवास्तव ने लेखपालों, कृषि व पशुपालन विभाग के कर्मचारियों को निर्देशित किया कि इस बार कंबाइन हार्वेस्टर में स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम अनिवार्य कर दिया गया है। यदि कहीं पर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम के बगैर कंबाइन हार्वेस्टर चलते पाया जाता है, तो उसके मालिक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें।
वैज्ञानिक विधि से खेती करें किसान : कृषि विभाग की ओर से किसान कल्याण मिशन अंतर्गत बावन के ग्राम पुरौरी में किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। डा. हरेंद्र प्रताप सिंह ने किसानों को वैज्ञानिक विधि से खेती करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान कृषि विभाग से अनुदान पर बीज ले सकते है। बीज लेने के बाद उसका शोधन जरूरी है। किसान मूल्य समर्थन योजना का लाभ लेने के लिए विभागीय पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराएं और अपनी उपज सरकारी क्रय केंद्र पर बेचें, इससे किसानों को अधिक मुनाफा होगा।