एक सीएचसी ऐसी भी: महिला डाक्टर, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे मशीर समेत कुछ भी नहीं
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बद से बदतर है। ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध क
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बद से बदतर है। ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दावे कागजों में तो हैं, लेकिन हकीकत उनकी पोल खोल रही है। कहीं संसाधन नहीं हैं तो कहीं भवनों की समस्या है। दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सक अस्पतालों में जाते नहीं। ऐसा नहीं है कि जिम्मेदारों को जानकारी नहीं है, सब कुछ जानते हुए भी वह अनजान बने बैठे हैं। संक्रमण फैला है और आगे भी संक्रमण की तगड़ी लहर आने की संभावना है। शासन-प्रशासन को स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की जानकारी हो और समय से उसका निष्तारण हो सके, इससे रूबरू कराती एक रिपोर्ट:: संवादसूत्र, बावन: बावन सीएचसी को माडल बनाने की बात कही जा रही है, लेकिन यहां महिला चिकित्सक तक नहीं है। दूरस्थ गांवों की आने वाली महिलाओं को उपचार नहीं मिल पाता, वहीं सीएचसी में स्टाफ नर्स प्रसव कराती हैं।
हरदोई-सवायजपुर मार्ग पर सीएचसी का नया भवन बना है। वैसे तो यहां पर भी अन्य की तरह न एक्सरे मशीन है और न ही अल्ट्रासाउंड आदि का कोई इंतजाम है। अन्य दिक्कतें तो हैं, लेकिन सबसे बड़ी परेशानी महिला चिकित्सक का न होना है। रोजाना काफी संख्या में महिलाएं उपचार के लिए आती हैं और वापस लौट जाती, जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछापों के यहां भीड़ जमा हो रही है। मंगलवार को भी छह महिलाएं अस्पताल में बैठी मिलीं। बताया कि नर्स से दवा ली है, उसमें चार तो गर्भवती थी और प्रसव के लिए आईं थी। उनका कहना है कि कभी कोई देख लेता है। नर्स प्रसव करा देती और जरा से कोई बात होने पर जिला अस्पताल टरका दिया जाता है। ऐसा पिछले काफी समय से हो रहा है, लेकिन सिस्टम इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। नहीं पूरे हो सके आवास
सीएचसी भवन को माडल बन गया है, लेकिन अभी तक चिकित्सकों के आवास पूरे नहीं हो सके हैं, जिसके चलते चिकित्सकों को खुद रुकने का कोई स्थान नहीं है। कोई किराए पर रहता है तो कोई मुख्यालय से जाता है। -सीएचसी में महिला चिकित्सक न होने से परेशानी होती है। इसके लिए कई बार लिखा भी जा चुका है। सीएचसी पर काफी संख्या में महिलाएं आती हैं। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ की मांग हो रही है। अन्य संसाधन भी मांगे जा चुके हैं। -डा. प्रभाकर त्रिपाठी, अधीक्षक, बावन सीएचसी