ड्यूटी की खातिर मेजर पंकज हुए कुर्बान, दोस्त की बचाई जान

- 19 की सुबह 15 हजार फिट नीचे खाई में गिरे साथी को बचाने में हुए थे घायल - असम के लेखपानी में किया गया अंतिम संस्कार आवास पर आज होगी श्रद्धांजलि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 10:44 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 10:44 PM (IST)
ड्यूटी की खातिर मेजर पंकज हुए कुर्बान, दोस्त की बचाई जान
ड्यूटी की खातिर मेजर पंकज हुए कुर्बान, दोस्त की बचाई जान

हरदोई : देश की सुरक्षा की खातिर मेजर पंकज पांडेय कुर्बान हो गए। अरुणाचल प्रदेश के तंबोला में तैनात मेजर पंकज पांडेय ड्यूटी के दौरान साथी को बचाने की कोशिश में वह खाई में गिर गए थे। 16 जुलाई को उनकी घर से अंतिम बार बात हुई थी। असम के लेखपानी में उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके आवास पर रविवार को श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन होगा।

शहर से सटे महोलिया शिवपार निवासी ट्रैक्टर एजेंसी के मालिक अवधेश पांडेय के दो पुत्रों में पंकज पांडेय बड़े थे। सेना में मेजर पद पर पंकज पांडेय की तैनाती अरुणाचल प्रदेश के तंबोला में थी। पंकज की शादी वर्ष 2017 में भाजपा नेता सुशील चंद्र त्रिवेदी की बेटी स्नेहिल शील त्रिवेदी के साथ हुई थी, उसके एक पुत्री अरू है। अवधेश पांडेय के परिवारिक मनमोहन पांडेय ने बताया कि 19 जुलाई को फोन पर पंकज पांडेय के हादसे के शिकार हो जाने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पिता अवधेश पांडेय पुत्र आशीष के साथ गुवाहटी हास्पिटल के लिए रवाना हो गए थे। पंकज व उसके साथी को गुवाहटी के हास्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां पर पंकज पांडेय का 22 जुलाई को निधन हो गया।

परिवार के ही मोहन पांडेय ने बताया कि पंकज पांडेय की 16 जुलाई को सभी से बात हुई थी। दिसंबर 2020 में 11 दिन के अवकाश पर पंकज आए थे और जुलाई में छुट्टी लेकर घर वापसी की बात कही थी, लेकिन घरवालों को क्या पता था कि अब पंकज नहीं उनकी मौत की खबर आएगी। पंकज ने प्रारंभिक शिक्षा सीतापुर महोली निवासी मामा सुधाकर शुक्ला के यहां रहकर की। इसके बाद उनका चयन सीडीएस में वर्ष 2008 में हो गया था। देहरादून में ट्रेनिग हुई, फिर हिमाचल व असम में ही तैनाती मिली थी।

सिख रेजीमेंट के जवान देंगे श्रद्धांजलि : असम के लेखपानी में अंतिम संस्कार के बाद स्वजन और सिख रेजीमेंट की टुकड़ी रविवार सुबह लखनऊ मेल से हरदोई मुख्याल पहुंचेगी। सीतापुर रोड स्थित आवास पर श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम होगा, जिसमें सिख रेजीमेंट के अधिकारी व सैनिक पुष्प अर्पित कर मेजर को श्रद्धांजलि देंगे।

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