महंगाई, बेरोजगारी, कृषि कानून के विरोध में कांग्रेसी करेंगे पदयात्रा
कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित बैठक में पदयात्रा को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई
हरदोई: महंगाई, बेरोजगारी और कृषि कानून के विरोध में कांग्रेसी न्याय पंचायत स्तर पर पदयात्रा करेंगे। रविवार को कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित बैठक में पदयात्रा को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई।
प्रदेश सचिव जीतलाल सरोज ने कहा कि 9, 10, 11 अगस्त को मंहगाई, बेरोजगारी और कृषि कानून के विरोध में न्याय पंचायतों में पदयात्रा की जाएगी। अगस्त के अंतिम सप्ताह तक सभी ब्लॉक अध्यक्षों को ग्राम सभा अध्यक्ष, बूथ लेवल सदस्य व बूथ सेक्टरों का गठन करना है। पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए आवेदन करने वाले दावेदारों को पैनल में स्थान पाने के लिए तीन सप्ताह में अपनी-अपनी विधानसभा के बूथ अध्यक्षों की सूची दाखिल करनी होगी। जिलाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह ने कहा कि बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था से जनता त्रस्त है। लोगों का भाजपा से विश्वास उठ गया है। जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।
शहर अध्यक्ष जमील अहमद अंसारी ने कहा कि दलित, पिछड़े, शोषित, वंचित, पीड़ित के हक के लिए उन्हें न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस ही सड़क से सदन तक संघर्ष करती है। शहर के बाजारों व वार्डों में भी पदयात्रा निकाली जाएगी। कमल सिंह, रामेंद्र सिंह तोमर, सुदामा प्रसाद, अजय शुक्ला, अकील खान, शैलेंद्र वर्मा, नसीम वारसी, निकेश सिंह यादव, संतराम वर्मा, नेतम भारतीय, साधू सिंह, अनुपम दीक्षित आदि मौजूद रहे।
सफाई कर्मियों ने की स्थाई करने की मांग
-हरदोई : स्थाई संविदा एवं ठेका सफाई कर्मचारी संघ ने नगर पालिका में तैनात सफाई कर्मचारियों को स्थाई किए जाने की मांग की। कर्मचारियों ने इसके लिए तीन अगस्त को प्रदेश भर में ज्ञापन देकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।
संघ की रविवार को श्रीशचंद्र बरात घर में बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने कहा कि नगर निकायों में कार्यरत सेवा प्रदाता के माध्यम से तैनात संविदा कर्मचारियों को स्थाई किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4140 संविदा सफाई कर्मचारी तैनात हैं। स्थाई करण की मांग को लेकर तीन अगस्त को सभी जिला मुख्यालय, तहसील मुख्यालय पर कर्मचारी जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे। जिसमें कर्मचारियों के स्थाई करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि नगर निकायों में ठेका प्रथा को समाप्त किया जाए। गौरी शंकर सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।