सूरज के दर्शन को तरसे, कोहरे ने बढ़ाई गलन
- पूरे दिन आसमान पर छाए रहे घने बादल - सुबह सौ मीटर की दूरी से तक देखना हुआ मुश्किल
हरदोई : सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को पूरे दिन आसमान पर घने बादल छाए रहे। जिससे सूरज के दर्शन नहीं हुए। इससे लोग सर्दी से ठिठुरते रहे। सर्दी से बचने के लिए लोगों ने अलावा का सहारा लिया।
जिले में मौसम का मिजाज दो दिन से बिगड़ा हुआ है। शुक्रवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा। इससे सौ मीटर की दूरी तक का दिखाई नहीं दे रहा था। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। दोपहर को कोहरा कुछ कम हुआ। मगर पूरे दिन बादल छाए रहे। सूरज के दर्शन नहीं हुए। आसमान में बादल छाए रहने के साथ ही सर्द हवा चलती रही। इससे पूरे दिन लोग सर्दी से ठिठुरते रहे। मौसम वेधशाला प्रभारी आरसी वर्मा के अनुसार जिले को अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसके साथ ही चार किमी की रफ्तार से हवा चलती रही। सुबह अद्रता 89 फीसद और शाम को 52 फीसद रही। वेधशाला प्रभारी ने बारिश की संभावना जताई है।
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कृषि वैज्ञानिक की सलाह, खेतों में नमी बनाए रखें किसान
जासं, हरदोई : दिन भर सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहे। अगर यह स्थिति कई दिन तक रहती है तो फसलों में बीमारियां लगने की संभावना है। किसानों को अभी से सतर्क रहने की जरूरत है। कई दिनों तक कोहरा पड़ने से गेहूं के अलावा सब्जियों को नुकसान की संभावना है। इससे बचने के लिए किसान खेतों की हल्की सिचाई करते रहें।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. रामप्रकाश ने बताया कि कोहरे का सबसे ज्यादा प्रभाव आलू की फसल पर पड़ता है। अगर कई दिन तक कोहरे की वजह से सूरज की किरणें न दिखाई दें तो आलू की फसल में झुलसा रोग लग सकता है। गेहूं की फसल की पत्तियां पीली पड़ जाती हैं और धीरे-धीरे फसल बर्बाद होने लगती है। हालांकि अगर कम कोहरा रहे तो गेहूं की फसल को बहुत फायदा होता है। उन्होंने बताया कि जब कई दिन तक सूरज दिखाई न दें तो प्राथमिक उपचार के तौर हल्की सिचाई जरूर करें। किसान खेतों में सिचाई के बाद पांच किलो यूरिया प्रति बीघा और दो किलो प्रति बीघा जिक का छिड़काव करें। इससे फसलों में रोग लगने की संभावना कम होती है।