थोक मंडी से बाहर आते ही डेढ़ गुणा हो जाते सब्जियों के भाव
टमाटर 60 रुपये किलो व परमल 80 रुपये किलो फुटकर में बिक रहा
हरदोई : सीजन के बाद भी सब्जियां घर का बजट बिगाड़ रही हैं। सहालग को सब्जियों के भाव बढ़ने की मुख्य वजह माना जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि थोक बाजार से निकलते ही सब्जियों के फुटकर भाव डेढ़ से दो गुणे तक पहुंच जाते हैं। टमाटर 60 रुपये किलो व परमल 80 रुपये किलो फुटकर में बिक रहा है।
सरकार की तरफ से पेट्रोल व डीजल के भाव भले ही घटा दिए गए हो, लेकिन इसका असर सब्जियों पर पड़ता नहीं दिखता। सब्जियों पर आज भी महंगाई बरकरार है, हालांकि प्याज समेत कुछ जरूरी सब्जियों के थोक भाव कम हुए हैं। सब्जी विक्रेता रमेश बताते हैं कि सब्जियों के फुटकर भाव में वृद्धि की मुख्य वजह थोक मंडी से ढुलाई पड़ना और सब्जियों का खराब होना है। महिलाएं बोली
25 एचआरडी 05
फुटकर में सब्जी बहुत महंगी बिक रही हैं। हर कोई मंडी नहीं जा सकता, इसलिए प्रशासन को चाहिए शहर के मुख्य स्थानों पर सब्जी के स्टाल लगवाए। - नेहा सिंह, गृहणी
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पहले 100 रुपये में झोला भर जाता था, लेकिन अब तो वह भी नहीं भरता। सब्जी के लिए अधिक रुपये खर्च करने पड़ते है।- शीतल अवस्थी, गृहणी
25 एचआरडी 07 थोक मंडी में 40 से 45 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर का फुटकर भाव 60 रुपये प्रति किलो के करीब है। सब्जी के दामों में डेढ़ गुने तक का अंतर नहीं होना चाहिए।-निधि त्रिपाठी, गृहणी 25 एचआरडी 08 सब्जियों के लगातार भाव बढ़ रहे हैं। फुटकर विक्रेता सब्जियों के भाव को मनमाने तरीके से बढ़ाते हैं। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।- ज्योति, गृहणी यह है स्थिति
सब्जी का नाम - फुटकर भाव
तरोई -50
भिडी - 40
शिमला मिर्च - 60
मिर्च - 40
धनियां - 100
पालक - 30
सोया -40
चुकंदर -40
टमाटर - 60
बैंगन - 30
घुइयां -20
कद्दू - 30
फूलगोभी - 30
बंदगोभी - 30
अदरक - 40
लौकी - 40
परमल - 80
पुराना आलू -20
नया आलू - 30
प्याज - 30
लहसुन - 80
करेला - 60
केला - 20
नीबू - 50