तीसरी लहर से पहले चलेगा 'स्वच्छ गांव-स्वस्थ गांव' अभियान
19 की तीसरी वेव में बचों को संक्रमण की आशंका पर बचाव के इंतजाम
हरदोई: कोविड-19 की तीसरी वेव से पहले मेरा गांव स्वच्छ गांव की थीम पर स्वस्थ गांव अभियान चलाया जाएगा। अभियान में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य कराया जाएगा। इसके लिए सफाई कर्मियों के साथ ही श्रमिकों को भी लगाया जा सकेगा।
कोविड-19 के साथ ही संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छ भारत मिशन फेज-टू के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कराया जाएगा। राजस्व गांवों में कंपोस्ट पिट, सोख्ता गड्ढा आदि का निर्माण कराया जाएगा। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि अभियान का उद्देश्य घरों से निकलने वाले ठोस कचरा को कंपोस्ट गड्ढा और तरल अपशिष्ट को नालियों के माध्यम से सोख्ता गड्ढा तक ले जाना है।
बताया कि कोविड-19 की दूसरी वेव गई नहीं है, तीसरी की आशंका जाहिर की जा रही है। बरसात भी निकट है। बारिश में जल एवं वेक्टर जनित बीमारियों पर प्रभारी नियंत्रण के लिए कार्य कराए जाने हैं। सार्वजनिक स्थलों को जलभराव मुक्त बनाया जाएगा। इसके लिए सभी खंड विकास अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। कहा गया है कि अभियान की कार्ययोजना और कार्य कराते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे।
प्लास्टिक कचरा एकत्रीकरण के लिए स्थल होंगे चिह्नित : जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि वैसे तो गांवों में काफी हद तक पालीथिन और प्लास्टिक का प्रयोग कम हुआ है, फिर भी सभी 1306 ग्राम पंचायतों में प्लास्टिक कचरा एकत्रीकरण केंद्र के लिए स्थल चिह्नित किए जाएंगे। गांवों में प्रत्येक घर में प्लास्टिक एकत्रीकरण गड्ढा बनवाया जाएगा। इस पर राज्य एवं केंद्रीय वित्त आयोग की मद की राशि को खर्च किया जा सकेगा।
सामुदायिक कंपोस्ट गड्ढों का होगा निर्माण: जिलाधिकारी ने बताया कि संगठित ग्राम पंचायतों में सभी राजस्व गांवों में कम से कम दो-दो और आवश्यकता पड़ने पर इससे अधिक संख्या में सामुदायिक कंपोस्ट गड्ढों का निर्माण कराया जाएगा। इन गड्ढों में आबादी व आसपास के कचरा का प्रबंधन कराया जाएगा।