भरावन के पंचायत सचिव से 3.40 लाख की होगी वसूली

-डीएम ने छनोइया की जांच रिपोर्ट डीपीआरओ को दिए कार्रवाई के आदेश -विकास एवं निर्माण कार्यों में 681903 रुपये की अनियमितता की हुई पुष्टि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 10:09 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 10:09 PM (IST)
भरावन के पंचायत सचिव से 3.40 लाख की होगी वसूली
भरावन के पंचायत सचिव से 3.40 लाख की होगी वसूली

हरदोई : संडीला की ग्राम पंचायत छनोइया में 681903 रुपये की अनियमितता की पुष्टि के बाद भरावन में तैनात पंचायत सचिव से 3.40 लाख की वसूली की जाएगी। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने वित्तीय अनियमितता पर जिला पंचायत राज अधिकारी को संबंधित पंचायत से वसूली के आदेश दिए हैं।

ग्राम पंचायत छनोइया में विकास एवं निर्माण कार्यों में वित्तीय अनियमितता की पुष्टि पर इससे पहले जिलाधिकारी ने पूर्व प्रधान अनिल कुमार से 3.40 लाख रुपये की वसूली का नोटिस जारी किया था। 21 दिन में साक्ष्य सहित जवाब भी मांगा है और जवाब न आने पर बकाया भू-राजस्व की भांति वसूली की चेतावनी दी है। वहीं अब जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने डीएम के आदेश पर संडीला की छनोइया में तैनात रहे ग्राम पंचायत अधिकारी सुंदरलाल को वसूली को नोटिस जारी किया है। सुंदरलाल वर्तमान में विकास खंड भरावन में तैनात हैं और वहीं के बीडीओ व एडीओ के माध्यम से नोटिस जारी तामील कराई गई है।

डीपीआरओ ने बताया कि अनियमित राशि की 50 फीसद राशि पंचायत सचिव के वेतन से वसूल किए जाएंगे। नोटिस में कहा गया है कि लोनीखेड़ा में मोहन के मकान से बनवारी के मकान तक खड़ंजा मरम्मत कार्य, विश्वनाथ के घर से हसनू के घर तक खड़ंजा मरम्मत कार्य, कल्लू के घर से नब्बू के घर तक खड़ंजा मरम्मत कार्य में लंबाई अधिक दर्शाकर भुगतान निकाल गया है, जबकि मौके पर काम कम मिला है।

दर्ज हुई एफआइआर, फिर भी नहीं हटी डेयरी

-हरदोई : डेयरी को शहर से बाहर करने को लेकर पिछले वर्ष जोर शोर से अभियान चलाया गया था। पालिका प्रशासन ने संचालकों के विरुद्ध नोटिस जारी की और डेयरी संचालन बंद न करने पर 66 संचालकों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई। इसके बावजूद शहर में डेयरी संचालन बंद नहीं हो सका और फिर लोग परेशान होने लगे हैं।

गंदगी से संक्रामक रोगों के फैलने के खतरे को देखते हुए पिछले वर्ष डेयरी संचालकों को शहर से बाहर किए जाने का फरमान सुनाया था। आनन-फानन में शहर के 88 डेयरी संचालकों को डेयरी संचालन बंद करने की नोटिस दी गई। इसके बावजूद शहर में डेयरी संचालन बंद नहीं हुआ। शहर में संचालित डेयरी हटाने को लेकर विशेष अभियान चलाया। सख्ती के चलते सभी डेयरी संचालक मुहल्लों को छोड़कर शहर से बाहर चले गए थे। एक वर्ष बीतने से पहले डेयरी संचालकों ने मुहल्लों में अपना आशियाना बना लिया। भैंस के गोबर से निकलने वाली दुर्गंध लोगों को परेशान करती है। नगर पालिका परिषद अधिशासी अधिकारी रविशंकर शुक्ला ने बताया कि पिछले वर्ष डेयरी संचालकों को नोटिस जारी करने के बाद संचालन बंद न करने वालों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई थी। शहर में दोबारा डेयरी संचालन शुरू होने की जानकारी मिली है। डेयरी संचालन के विरुद्ध अभियान चलाकर उन्हें शहर से बाहर किया जाएगा।

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