विदेश की चकाचौंध से नहीं, देश की मिट्टी से प्यार

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By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 10:40 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 10:40 PM (IST)
विदेश की चकाचौंध से नहीं, देश की मिट्टी से प्यार
विदेश की चकाचौंध से नहीं, देश की मिट्टी से प्यार

हरदोई : विदेश जाने और वहां नौकरी करने का हर युवा सपना संजोते हैं, लेकिन जिले के गोपामऊ निवासी दिव्यांशु शुक्ला देश में रहकर कुछ करने की उम्मीद लगाए हैं। विदेश की चकाचौंध उन्हें रास नहीं आई। उनमें देश की मिट्टी से प्यार झलक रहा है, विदेश में नौकरी छोड़कर आयेस्टर मशरूम की खेती कर खुद की तरक्की की फसल उगाने में जुटे हैं। उनका पूरा परिवार दिल्ली में रहता है।

दिव्यांशु शुक्ला बताते हैं कि स्वीटजरलैंड से होटल मैनेजमेंट किया और अमेरिका से एक होटल में प्रशिक्षण प्राप्त किया। कुछ दिन वहां रहकर नौकरी की। नौकरी में पैसा तो अच्छा खासा मिला रहा था, लेकिन अपने जनपद में रहकर कुछ करने की बात मन में थी और उन्होंने विदेश की नौकरी छोड़ दी। दिल्ली के एक साथी उत्तराखंड निवासी गो¨वद कुमार विष्ट के साथ किसान फूड्स नाम से कंपनी बनाई और सथरा गांव निवासी मामा अवधेश कुमार द्विवेदी के यहां आ गए। यहां पर आयेस्टर मशरूम की खेती शुरू की। पारंपरिक खेती करने से अलग हटकर काम शुरू किया तो यहां के किसान देखने आने लगे। वह किसानों को मशरूम की खेती का प्रशिक्षण दे रहे हैं। जो पूरी तरह से निशुल्क है। जिससे किसान अपना स्वरोजगार शुरू कर सकें।

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