मानक तो है बहाना, किसानों को है टरकाना

हरदोई : सरकारी धान खरीद सिस्टम की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। क्रय केंद्रों पर पसरा स

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 09:32 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 09:32 PM (IST)
मानक तो है बहाना, किसानों को है टरकाना
मानक तो है बहाना, किसानों को है टरकाना

हरदोई : सरकारी धान खरीद सिस्टम की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। क्रय केंद्रों पर पसरा सन्नाटा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। जो किसान क्रय केंद्रों पर आते हैं उन्हें नियम बताकर अफसर टरका रहे हैं। इसके पीछे कारण जो भी हो, लेकिन अधिकारी धान खरीद न होने पर अलग-अलग तर्क दे रहे हैं। उनकी माने तो मानक के अनुरूप केंद्र पर धान नहीं आ रहा है। उधर जानकार मानते हैं कि जब तक धान मिलर्स अनुबंध नहीं करेंगे तब तक धान खरीद का यहीं हाल रहने वाला है।

जनपद में 45 सरकारी क्रय केंद्र खोले गए हैं। एक नवंबर से शुरू हुई धान खरीद का हाल बेहाल है। सात हजार से अधिक किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया है। राजस्व कर्मियों ने इन किसानों के रकबे का सत्यापन करते हुए पात्र बताए है। बावन के राजकिशोर, हरिहर, रामेश्वर, सुधाकर ¨सह ने बताया कि धान खरीद को लेकर पंजीकरण कराने के बाद नवीन गल्ला मंडी स्थिति केंद्र पर गए, लेकिन केंद्र पर धान क्रय नहीं किया। केंद्र प्रभारी ने धान को नमी और कालापन अधिक होने पर की बात कहकर खरीदने से इन्कार कर दिया। उधर जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनुराग पांडेय ने बताया कि विपणन शाखा के 11 केंद्रों के केंद्र प्रभारी कार्य बहिष्कार में शामिल है। पीसीएफ के 10 केंद्र प्रभारी भी समर्थन में उतर आए है, जिसके चलते धान खरीद प्रभावित है। केंद्र प्रभारियों को मानक के अनुरूप धान खरीदने को निर्देशित किया गया है। किसान बोले-

माधौगंज गल्ला मंडी में धान लेकर आए किसान वरुण ¨सह ने बताया कि उन्होंने 1375 रुपये में धान बेंचा। उनका मंडी में धान तौला ही नहीं गया। अगर तौला जाता तो कम में क्यों बेचते। धीरेंद्र ¨सह 36 क्विंटल धान लेकर आए थे। केंद्र के पास ही आढ़त पर बेचा बोले हमे तो पता ही नहीं कि केंद्र कहां पर है। सोनू ने बताया कि न तो केंद्र की कोई जानकारी है और न ही मूल्य की। संतराम ने बताया कि उनके पास 30 क्विंटल धान था मजबूर होकर सस्ता बेचा। खरीद के लिए नहीं बनाया जा रहा दबाव : सरकारी क्रय केंद्रों पर धान खरीद न होने के संबंध में अपर जिलाधिकारी संजय कुमार ¨सह का कहना है कि कुछ केंद्रों पर हड़ताल के चलते धान खरीद प्रभावित है। वहीं अन्य केंद्र प्रभारियों पर धान खरीदने को दबाव नहीं बनाया जा रहा है।

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